नई दिल्ली, 30 दिसंबर (Udaipur Kiran) । ‘अभ्यास एक आदमी को परिपूर्ण बनाता है’ यह आदर्श वाक्य ही जम्मू-कश्मीर के युवा खिलाड़ी उमर अहमद राथर के जीवन का आधार है। बडगाम निवासी उमर छठी कक्षा से खो खो खेल रहा है और अब आगामी खो खो विश्व कप के लिए भारतीय पुरुष टीम में जगह बनाने के लिए प्रतिस्पर्धा कर रहा है। बर्फीले मौसम की स्थिति सहित सभी बाधाओं के बावजूद उमर अपने प्रशिक्षण दिनचर्या का बहुत ही ईमानदारी से पालन करता है।
उमर अहमद का कहना है कि मैं विश्व कप के लिए वास्तव में उत्साहित हूं। यह हम सभी के लिए एक शानदार अवसर है और हमारा लक्ष्य देश के लिए स्वर्ण पदक हासिल करना है। यह हम सभी के लिए गर्व का क्षण है कि भारत में खो खो विश्व कप होगा खेल को वैश्विक पहचान दिलाना गर्व की बात है कि इस आयोजन में 20 से अधिक देश भाग लेंगे।
उमर एक साधारण पृष्ठभूमि से आते हैं और अन्य लोगों की तरह, वित्तीय स्थिरता जम्मू-कश्मीर के खिलाड़ी के सामने सबसे बड़ी चुनौतियों में से एक है, लेकिन वह अपने सपने को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं। उन्होंने कहा, मैं और मेरे पिता मजदूरी करते हैं। कठिनाइयों के बावजूद, मेरा अंतिम लक्ष्य विश्व कप में देश का प्रतिनिधित्व करना है और यही मुझे आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता है।
उमर राज्य के खिलाड़ियों को पेशेवर रूप से सपने देखने में मदद करने के लिए खो खो एसोसिएशन ऑफ जम्मू एंड कश्मीर और खो खो फेडरेशन ऑफ इंडिया (केकेएफआई) के आभारी हैं। उन्होंने कहा, मैं वास्तव में हमारा समर्थन करने और हमें पेशेवर रूप से खो खो खेलने के लिए एक मंच देने के लिए जम्मू-कश्मीर खो खो एसोसिएशन और भारतीय खो खो महासंघ का आभारी हूं।
हमें अपनी फिटनेस व्यवस्था, पोषण और आहार के बारे में काफी मार्गदर्शन मिल रहा है।
उमर ने कोच बिलाल अहमद भगत के मार्गदर्शन में प्रशिक्षण लिया है और अब वह नई दिल्ली के जेएलएन स्टेडियम में होने वाले प्रशिक्षण शिविर का हिस्सा हैं। उन्होंने इस पहल की सराहना की और कहा कि यह खिलाड़ियों के लिए अपने कौशल को बढ़ाने का एक मौका है।
भारत में 13-19 जनवरी, 2025 तक नई दिल्ली में खो खो विश्व कप का आयोजन होगा।
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(Udaipur Kiran) / आकाश कुमार राय