— लोगों ने दान पुण्य किए और जलाशयों में पवित्र स्नान किया।
श्योपुर, 30 दिसम्बर (Udaipur Kiran) । सोमवती अमावस्या सोमवार को जिले भर में श्रद्धा के साथ मनाई गई। इस मौके पर श्रद्धालुओं ने तीर्थ स्थल त्रिवेणी संगम पर पहुंचकर आस्था की डुबकी लगाई। रामेश्वर घाट पर सुबह चार बजे से श्रद्धालुओं का पहुंचना शुरू हो गया, जो देर शाम तक जारी रहा। उधर नागदा और उतनवाड़ गांव के ध्रुव कुंड में डुबकी लगाने के लिए दिनभर भक्तों का तांता लगा रहा। भक्तों ने स्नान करने के बाद भगवान शंकर व चतुर्भुजनाथ जी महाराज के दर्शन किए।
पुराणों में सोमवती अमावस्या पर पवित्र स्थान पर स्नान कर दान पुण्य करने का विशेष महत्व है। यही वजह है कि स्नान पर्व पर जिले भर में तीर्थ स्थलों पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ रही। जिला मुख्यालय से 35 किमी दूर स्थित रामेश्वर धाम पर सुबह ब्रह्म मुहूर्त में ही चंबल, सीप और बनास नदियों के पवित्र संगम पर हर-हर गंगे के उद्घोष गूंज उठे। मप्र के अलावा राजस्थान के किनारे पर भी श्रद्धालुओं की भीड़ से मेले जैसा नजारा दिखाई दिया।
श्रद्धालुओं ने त्रिवेणी संगम में स्नान के बाद मध्य प्रदेश सीमा में स्थित श्रीरामेश्वर महादेव और राजस्थान सीमा में स्थित भगवान लक्ष्मीनारायण मंदिर में पूजा अर्चना की। हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने नाव द्वारा उस पार पहुंचकर राजस्थान सीमा में स्थित परशुराम घाट पर स्नान किया। यहां वर्षो से जल रही अखण्ड ज्योति के दर्शन भी भक्तों ने किए। मप्र सीमा से राजस्थान सीमा में जाने के लिए श्रद्धालुओं ने नाव का सहारा लिया। त्रिवेणी संगम रामेश्वर के साथ ही बड़ौदा तहसील क्षेत्र के उतनवाड़ गांव स्थित पवित्र ध्रुव कुंड में भी श्रद्धालुओं ने पवित्र स्नान किया।
(Udaipur Kiran) / शरद शर्मा