-सरकार के राजस्व नीति के खिलाफ तुरकौलिया अंचल पर हजारों किसानों ने किया धरना प्रदर्शन-कहा सरकार का ईट से ईट बजा देगे।पूर्वी चंपारण,30 दिसंबर (Udaipur Kiran) ।बेतिया राज से बंदोबस्त जमीन से बेदखल करने से साजिश से नाराज किसानों ने सोमवार को जिले तुरकौलिया अंचल कार्यालय पर धरना प्रदर्शन किया। कड़ाके के ठंड के बावजूद हजारों की संख्या में आए पीड़ित किसानों ने सरकार के नीति के खिलाफ जोरदार आवाज बुलंद किया। चंपारण किसान मजदूर संघर्ष समिति के बैनर तले किसान मांगो को लेकर आंदोलन शुरू किए है। धरना को संबोधित करते हुए चंपारण किसान मजदूर संघर्ष समिति के अध्यक्ष सह पूर्व प्रमुख सुभाष सिंह कुशवाहा ने कहा कि सरकार यह काला कानून लाकर किसानों को उसकी जमीन से बेदखल कर चंद उधोगपतियो को खुश करने की साजिश रच रही है, जिसे किसान किसी भी हाल में पूरा नहीं होने देंगे। उन्होंने बताया कि जिले के करीब एक लाख एकड़ बंदोबस्ती जमीन के खरीद बिक्री पर सरकार रोक लगा दी है, जबकि 15 हजार एकड़ बेतिया राज की जमीन को सरकारी घोषित कर दिया है। जो वर्षों से किसानों को पट्टा या अन्य तरीके से मिला है। उन्होंने कहा कि किसान अपने जमीन से पीछे नहीं हटने वाले है,बल्कि इसके ताप से नीतीश सरकार को कुर्सी से हटाना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि यही वह भूमि है जहां से बापू को किसानों का साथ मिला और अंग्रेज को भागना पड़ा।वही रवीन्द्रनाथ सिंह कुशवाहा ने कहा कि सरकार को अपने राजस्व नीति में बदलाव कर बंदोबस्त भूमि के खरीद बिक्री से रोक हटाये और जिसकी कब्जे में वर्षों से बेतिया राज की जमीन है उसको मालिकाना हक देने का काम करे। अन्यथा किसानों की लड़ाई जारी रहेगी। किसानों ने नौ सूत्री मांग पत्र मुख्यमंत्री को भेजने के लिए सीओ को सौंपा। धरना को पैक्स अध्यक्ष मनोज सिंह, मोहम्मद कौशर, संजीव वर्मा, इमाम हुसैन, जवाहर लाल सिंह, रामबिलास सिंह, सुदामा पटेल, मुना प्रसाद, दारोगा सिंह सहित अनेक ने संबोधित किया। अध्यक्ष कुशवाहा ने कहा कि एक माह के अंदर मांग नहीं माने जाने पर किसान समाहरणालय पर प्रदर्शन करेंगे। यह लड़ाई सड़क से सदन तक होगी।
(Udaipur Kiran) / आनंद कुमार