कोलकाता, 30 दिसंबर (Udaipur Kiran) । पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखाली क्षेत्र में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के दौरे से पहले सोमवार सुबह से ही कड़ी सुरक्षा व्यवस्था कर दी गई है। यह दौरा क्षेत्र में हाल ही में उत्पन्न विवादों के बाद मुख्यमंत्री का पहला दौरा होगा।
मुख्यमंत्री का यह दौरा महिलाओं द्वारा स्थानीय तृणमूल कांग्रेस नेता शेख शाहजहां और उनके सहयोगियों पर यौन उत्पीड़न और अवैध भूमि कब्जाने के आरोपों को लेकर किए गए विरोध के बीच हो रहा है।
जिला पुलिस के अनुसार, कार्यक्रम स्थल की सुरक्षा के लिए कुल 700 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। सुरक्षा का नेतृत्व वरिष्ठ पुलिस अधिकारी कर रहे हैं। मुख्यमंत्री का हेलीकॉप्टर से संदेशखाली पहुंचने का कार्यक्रम है, इसलिए हेलिपैड पर भी कड़ी सुरक्षा की व्यवस्था की गई है। रविवार को हेलीकॉप्टर लैंडिंग का ट्रायल भी सफलतापूर्वक पूरा कर लिया गया था।
तृणमूल कांग्रेस की जिला इकाई ने मुख्यमंत्री के स्वागत के लिए भव्य तैयारी की है। हेलिपैड से लेकर कार्यक्रम स्थल तक मुख्यमंत्री के कई कटआउट लगाए गए हैं। तृणमूल कांग्रेस के समर्थक बड़ी संख्या में मुख्यमंत्री के पोस्टर और बैनर के साथ कार्यक्रम स्थल पर जमा हुए हैं।
विपक्षी दलों ने आरोप लगाया है कि मुख्यमंत्री का यह दौरा केवल इसलिए हो रहा है क्योंकि हाल ही में हुए लोकसभा चुनावों और हारोआ विधानसभा उपचुनाव में तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवारों को जीत मिली थी।
इस बीच, राज्य के अग्निशमन मंत्री सुजीत बसु, जो मुख्यमंत्री के साथ हैं, ने कहा कि ममता बनर्जी अपने पहले किए गए वादों को पूरा करने के लिए संदेशखाली जा रही हैं।
इस साल जनवरी में संदेशखाली का नाम तब सुर्खियों में आया था जब प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शेख शाहजहां के घर पर छापेमारी की थी। यह मामला बहु-करोड़ राशन वितरण घोटाले से जुड़ा था। इसके बाद स्थानीय लोग, जिनकी जमीन कथित तौर पर शेख शाहजहां और उनके सहयोगियों द्वारा हड़प ली गई थी, और महिलाएं सड़कों पर उतर आईं। शेख शाहजहां को फरवरी 29 को गिरफ्तार किया गया था और वह अब न्यायिक हिरासत में हैं।
(Udaipur Kiran) / ओम पराशर