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अवैध कटान का मामला : भाजपा द्वारा गठित तीन सदस्यीय समिति ने किया धर्मपुर का दौरा

मंडी, 30 दिसंबर (Udaipur Kiran) । जिले के धर्मपुर विधानसभा क्षेत्र में प्रतिबंधित प्रजाति के पेड़ों का कटान मामला शीतकालीन विधानसभा सत्र में मामला उठा तो मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने भी सदन में इसकी जांच करवाने की बात कही। मामला उच्च न्यायालय में पहुंचा तो उच्च न्यायालय ने कड़ा संज्ञान लिया है, साथ में सभी संबंधित वन अधिकारियों को भी पार्टी बनाकर नोटिस जारी करके सुनवाई की अगली तारीख रख दी। इसी बीच मामला ज्यादा गर्म हो जाने पर लकड़ी को खुर्द बुर्द करने, जेसीबी के माध्म से दबाने की खबरें आई तो भाजपा ने भी राज्य स्तर में अपने विधायकों की तीन सदस्यीय फेक्ट फाईडिंग कमेटी विधायक सतपाल सिंह सती की अध्यक्षता में बना दी। रविवार को इस कमेटी ने धर्मपुर को दौरा किया। इस मौके पर सती ने बताया कि पेड़ कटान जांच समिति ने धर्मपुर जिला मंडी में दौरा किया जिस दौरान उन्होंने पेड़ कटान के स्थान का जायजा लिया और अधिकारियों एवं स्थानीय लोगों से बात चीत भी की।

इस मौके पर समिति के अध्यक्ष विधायक सतपाल सत्ती, सदस्य सुखराम चौधरी एवं बलबीर वर्मा उपस्थित रहे।

सतपाल सत्ती ने प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए बताया कि भाजपा ने एक समिति बनाई थी जिसने रविवार को धर्मपुर विधानसभा क्षेत्र के के बहरी गांव में का दौरा किया जहां अवैध डिपो में लकड़ी के ढेर लगे थे, लकड़ी के बहुत ज्यादा तादाद में थी। उन्होंने कहा कि उसमें ऐसी प्रतिबंधित लकड़िया भी है जो बिल्कुल प्रतिबंध है जिसमें आम, पीपल, बड़, बधार, कचनार, शीशम और ऐसे करके अलग अलग से अलग अलग स्लीपर थे लेकिन उन लकड़ियों का मालिक कौन है व हमें कोई नहीं बता पाया। यह लकड़ी का ढेर किसने लगाया किसने यहां पर रखी है और जब हम लोग वहा बहरी से आगे निकले तो हम लोग ने देखा उस स्थान के ऊपर एक आरा भी था। विभाग के कारिंदों के सामने स्थानीय लोगों से हमने प्रश्न किया कि यह डिपो एवं लकड़ी किसकी है तो उन्होने हमें बताया कि कोई कांगड़ा का व्यक्ति है, उसका डिपो है। हमने कहा उसका कोई परमिट हमें दिखा दे, पर सभी परमिट दिखाने में असमर्थ रहे । स्थानीय लोगों ने यह भी बोला की परमिट नहीं दिया गया है, वहा भी ऐसी प्रतिबंधित लकड़ियों के काफी गठे पड़े थे, काफी ढेर पड़े थे।

सत्ती ने आरोप लगाते हुए कहा कि वहीं पर दोनों स्थानों के ऊपर जेसीबी लगा कर के लकड़ियां यानी जमीन खोद कर के जमीन के अंदर लकड़ियों को फेंका गया, जमीन के अंदर ताकि उनको दबा दिया जाए। सती ने बताया कि पूरी रिपोर्ट पार्टी को सौंपी जाएगी।

इधर, माकपा ने भी इसका कड़ा संज्ञान लेते हुए इसकी उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। माकपा नेता व पूर्व जिला परिषद सदस्य भूपेंद्र सिंह ने कहा कि प्राईवेट कंपनी के नाम से स्थापित किए गए लकड़ी के बालन स्टोर में जो लकड़ी जमा है वह बिना अनुमति से काटी गई है। इसकी पूरी जांच होनी चाहिए।

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(Udaipur Kiran) / मुरारी शर्मा

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