पटना, 29 दिसम्बर (Udaipur Kiran) । अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) ने महावीर मंदिर न्यास के सचिव और भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी रहे आचार्य किशोर कुणाल के निधन पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त की। अभाविप के प्रान्त अध्यक्ष विनीत लाल देव ने कहा कि महावीर मंदिर न्यास समिति के सचिव, बिहार राज्य धार्मिक न्यास बोर्ड के अध्यक्ष, पूर्व आईपीएस आचार्य किशोर कुणाल का हृदयाघात से आकस्मिक निधन हो जाने से देश व समाज़ के लिए अपूरणीय क्षति है।
विनीत ने कहा कि आज बिहार ने सामाजिक, धार्मिक एवं प्रशासनिक जीवन के एक महान पुरोधा को खो दिया। प्रशासनिक, धार्मिक और सामाजिक क्षेत्र में उनकी कृतियों को हमेशा याद रखा जायेगा। प्रभु श्रीराम दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें तथा उनके शोकाकुल परिजनों एवं शुभचिंतकों को दुःख सहने की शक्ति प्रदान करें।
अभाविप के प्रान्त मंत्री सुमित कुमार ने कहा कि आचार्य कुणाल के निधन से प्रशासनिक, सामाजिक और धार्मिक क्षेत्र में अपूरणीय क्षति हुई है। सामाजिक और धार्मिक क्षेत्र में उन्होंने जो काम किया वो याद रखा जाएगा। किशोर कुणाल ने अपने जीवन को समाज सेवा और धार्मिक उत्थान के लिए समर्पित किया।
महावीर मंदिर ट्रस्ट के माध्यम से उनके द्वारा किए गए कार्य समाज और धर्म के क्षेत्र में मील का पत्थर हैं। उनके नेतृत्व में महावीर मंदिर सिर्फ एक धार्मिक स्थल नहीं रहा, बल्कि सामाजिक और शैक्षणिक कार्यों का एक प्रमुख केंद्र बन गया। उनका निधन न केवल बिहार, बल्कि पूरे देश के लिए अपूरणीय क्षति है। उनके आदर्श और कार्य हमेशा प्रेरणा स्रोत बने रहेंगे। ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि उनकी आत्मा को शांति और उनके परिजनों को यह अपार दुःख सहने की शक्ति प्रदान करें।
आचार्य किशोर कुणाल के निधन पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के क्षेत्र संगठन मंत्री याज्ञवल्क्य शुक्ल, प्रांत संगठन मंत्री रोशन सिंह, प्रांत अध्यक्ष विनीत लाल देव, प्रांत मंत्री सुमित कुमार के साथ अभाविप कार्यकर्ताओं की ने श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की।
उल्लेखनीय है कि आचार्य किशोर कुणाल का निधन हृदय गति रुकने से रविवार सुबह हो गया। आचार्य किशोर कुणाल ने 74 वर्ष की उम्र में अंतिम सांस ली। वे एक कुशल प्रशासक एवं संवेदनशील पदाधिकारी थे। किशोर कुणाल का जन्म 10 अगस्त, 1950 को हुआ था। उन्होंने स्कूली शिक्षा मुजफ्फरपुर जिले के बरुराज गांव से की थी। पटना विश्वविद्यालय से इतिहास और संस्कृत में उन्होंने ग्रेजुएशन किया। वे 1972 में गुजरात कैडर में भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी बन गए। बाद में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के तौर पर उनकी तैनाती पटना में भी हुई थी। किशोर कुणाल ने गृह मंत्रालय में भी सेवा दी थी।
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(Udaipur Kiran) / गोविंद चौधरी