Assam

मालदा टाउन से डिब्रूगढ़ तक के 1966 किमी रेलमार्ग पर लगेगा 4.0 कवच

कवच 4.0

गुवाहाटी, 29 दिसंबर (Udaipur Kiran) । भारतीय रेल अपने प्रमुख मार्गों पर उन्नत कवच 4.0 स्वचालित ट्रेन सुरक्षा प्रणाली लगाने के लिए तेजी से काम कर रही है। जिन सभी इंजनों में कवच के निचले संस्करण लगाए गए थे, उन्हें उन्नत कवच 4.0 से प्रतिस्थापित किया जाएगा। इसी क्रम में पूर्वोत्तर सीमा रेलवे (पूसीरे) के मालदा टाउन से डिब्रूगढ़ तक लगभग 1966 किमी रेल मार्ग कवच के कार्यान्वयन के लिए चिह्नित किया गया है।

पूसीरे के सीपीआरओ कपिंजल किशोर शर्मा ने शुक्रवार को बताया है कि कवच 4.0 दुर्घटनाओं को रोकने और ट्रेनों के सुचारू परिचालन को सुनिश्चित करने के लिए भारतीय रेल की विकसित एक व्यापक, प्रौद्योगिकी-संचालित समाधान है, जो सुरक्षा और नियंत्रण की एक अतिरिक्त लेयर देता है। यह बुनियादी अवसंरचना के आधुनिकीकरण और सुरक्षा मानकों में सुधार के लिए एक व्यापक पहल है। कवच 4.0 जैसी तकनीक का लाभ उठाकर, कनेक्टिविटी सिस्टम सुचारू संचालन को सुनिश्चित करेगा, मानवीय त्रुटि को कम करेगा और सबसे महत्वपूर्ण रूप से दुर्घटनाओं को रोकेगा। उन्होंने बताया कि कवच 4.0 प्रणाली स्टेशन कवच सहित कई महत्वपूर्ण तकनीकी घटकों पर बनाई गई है, जो इंजन और आरएफआईडी टैग को निर्देशित करने के लिए लोको कवच और सिग्नलिंग सिस्टम से सूचना प्राप्त करती है एवं ट्रेन के स्थान और दिशा की निगरानी के लिए नियमित अंतराल और सिग्नल बिंदु पर पटरियों के साथ स्थापित होती हैं।

उल्लेखनीय है कि पिछले कुछ समय से भारतीय रेल दुर्घटनाओं को कम करने के लिए कई कदम उठा रही है। कवच 4.0 की शुरुआत कर भारतीय रेल ने यात्रियों की यात्रा को और भी सुरक्षित बनाने के लिए प्रतिबद्धता जताई है। यह कदम रेलवे नेटवर्क को मजबूत करने और देश के रेल नेटवर्क में सुरक्षा उपायों को बढ़ावा देने की एक बड़ी योजना का हिस्सा है।

(Udaipur Kiran) / अरविन्द राय

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