Haryana

सोनीपत में राष्ट्रीय बाल वैज्ञानिक प्रदर्शनी अंतरिक्ष विज्ञान और प्रौद्योगिकी विषयों पर मंथन

28 Snp-2  सोनीपत: राष्ट्रीय बाल वैज्ञानिक प्रदर्शनी         विशेषज्ञ संदेश देते हुए।

-अंतरिक्ष विज्ञान और प्रौद्योगिकी

पर सौर मंडल की उत्पत्ति और विकास, ग्रहों और चंद्रमाओं के निर्माण पर जानकारी प्रो.

संदीप सहिजपाल ने सांझा की

-कंप्यूटेशनल थिंकिंग फ़ज़ी सेट थ्योरी

पर अपनी प्रस्तुति दी और क्रिस्प और फ़ज़ी सेट को प्रोफेसर शिव प्रसाद ने समझाया

-साइबर खतरों, कंप्यूटर वायरस, ऑनलाइन

धोखाधड़ी, से बचने के उपाय डॉ आशीष के. श्रीवास्तव ने बताए

सोनीपत, 28 दिसंबर (Udaipur Kiran) ।

राष्ट्रीय

बाल वैज्ञानिक प्रदर्शनी के तीसरे दिन विज्ञान और नवाचार का उत्सव में अंतरिक्ष विज्ञान

और प्रौद्योगिकी पर चर्चा पर चिंतन मनन मंथन हुआ। पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ के

भौतिकी विभाग के प्रोफेसर संदीप सहिजपाल द्वारा अंतरिक्ष विज्ञान और प्रौद्योगिकी पर चर्चा की।

एक प्रतिष्ठित

खगोल भौतिक विज्ञानी, प्रोफेसर सहिजपाल ने सौर मंडल की उत्पत्ति और विकास के साथ-साथ

ग्रहों और चंद्रमाओं के निर्माण पर गहरी जानकारी को सांझा किया। आईएसआरओ के प्लैनेटरी

एक्सप्लोरेशन प्रोग्राम में अपनी भागीदारी पर चर्चा की और दिखाया कि कैसे खगोलीय घटनाओं

का अनुकरण करने के लिए कम्प्यूटेशनल मॉडल का उपयोग किया जाता है। युवाओं को अंतरिक्ष

विज्ञान में करियर बनाने के लिए प्रेरित किया।

आईआईटी

रुड़की के प्रोफेसर शिव प्रसाद ने कंप्यूटेशनल थिंकिंग फ़ज़ी सेट थ्योरी। पर अपनी प्रस्तुति

दी। प्रोफेसर प्रसाद, जो इस क्षेत्र के एक प्रसिद्ध विशेषज्ञ हैं ने क्रिस्प और फ़ज़ी

सेट की अवधारणाओं को समझाया। उन्होंने दैनिक जीवन में इनके उपयोग, जैसे वाशिंग मशीन

और जापानी बुलेट ट्रेन में, के उदाहरण प्रस्तुत किए। फ़ज़ी लॉजिक कैसे वास्तविक दुनिया

की अस्पष्टताओं को हल करने में मदद करता है और इसके व्यावहारिक उपयोग को स्पष्ट करने

के लिए उदाहरण दिए।

डॉ.

आशीष के. श्रीवास्तव, डीईएसएम ने साइबर सुरक्षा और डिजिटल दुनिया पर साइबर खतरों, कंप्यूटर

वायरस, ऑनलाइन धोखाधड़ी, से बचने के टिप्स दिए और सुरक्षित इंटरनेट उपयोग के लिए व्यावहारिक

सुझाव दिए। तकनीकी दुनिया में साइबर सुरक्षा के महत्व को रेखांकित किया।

सत्रों

के बीच सरल और जानकारीपूर्ण प्रयोगों, ब्लू बॉटल प्रयोग, परफ्यूम का उपयोग करके गैसों

की विलेयता, न्यूटन के तृतीय नियम का प्रदर्शन, परावर्तन और अपवर्तन, और सतही तनाव

से मनोरंजन किया गया। सत्र में 28 राज्यों के छात्रों को जानकारीपूर्ण और रोमांचक ज्ञानवर्धक

टिप्स दिए गए।

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(Udaipur Kiran) शर्मा परवाना

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