उत्तर दिनाजपुर, 28 दिसंबर (Udaipur Kiran) । डेंगू समेत कई कीट जनित बीमारियों पर नियंत्रण के लिए बालुरघाट नगरपालिका अभिनव पहल करने जा रही है। नगर पालिका ने डेंगू से बचाव के लिए शहर में जमे हुए पानी की पहचान करने और कीटनाशकों का छिड़काव करने के लिए ड्रोन का उपयोग करने का निर्णय लिया है। नगर पालिका ने इसी माह हुई पार्षद बोर्ड की बैठक में इस योजना पर मुहर लगाई है।
प्रशासन को उम्मीद है कि शहर के विभिन्न हिस्सों में ड्रोन उड़ाकर डेंगू के प्रभाव को कम किया जा सकेगा।
पिछले कुछ वर्षों में डेंगू पर नियंत्रण के लिए घर-घर जागरूकता अभियान चलाए गए हैं, लेकिन समस्या का पूरी तरह से समाधान नहीं हुआ है। प्रशासन ने घर के आस-पास जाकर जांच की कि वहां पानी जमा है या नहीं। लेकिन दो या तीन मंजिला घरों के मालिक अपनी छतों पर प्रशासन को जाने की अनुमति देने के लिए अनिच्छुक थे।
जिससे जमे हुए पानी की पहचान नहीं हो पा रही थी। इस कारण छत में जमा हुए पानी से मच्छर के लार्वा पैदा हो रहे हैं। नगर पालिका कर्मचारियों की ओर से मिल रही ऐसी शिकायतों के बाद प्रशासन ने ड्रोन की मदद लेने का निर्णय लिया है। नगर पालिका जल्द ही ड्रोन कंपनियों और एजेंसियों से बात करके इस अत्याधुनिक तरीके से सेवाएं प्रदान करने पर काम शुरू करने की योजना बना रही है। तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। शुरुआत में यह काम विशेष ड्रोन के साथ कीटनाशक स्प्रे मशीन को जोड़कर किया जाएगा।
बालुरघाट के मेयर अशोक मित्रा ने कहा कि डेंगू की रोकथाम के लिए ड्रोन की मदद ली जाएगी। बोर्ड की बैठक में यह निर्णय पारित किया गया। शहर वासियों की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया गया है। ड्रोन के इस्तेमाल से डेंगू की रोकथाम में जल्दी और छतों में जमे हुए पानी की पहचान संभव हो पाएगी।
(Udaipur Kiran) / सचिन कुमार