गुरुकुल धीरणवास के वार्षिक महोत्सव में ब्रह्माचारियों ने दिखाए हैरतंगेज कारनामें आर्य समाज जितना मजबूत होगा देश उतना आगे बढेगा : जयप्रकाश सांसद हिसार, 26 दिसंबर (Udaipur Kiran) । सार्वदेशिक आर्य प्रतिनिधि सभा नई दिल्ली के प्रधान स्वामी आर्यवेश ने कहा है कि गुरुकुल पद्धति के शिक्षण संस्थान बच्चों को शिक्षा ओर संस्कार देने मे सक्षम हैं। यही वर्तमान समय की मांग है। माता पिता की सेवा, देश की सेवा, समाज की सेवा का पाठ गुरुकुलों मे पढ़ाया जाता है।स्वामी आर्यवेश गुरुवार को गुरुकुल धीरणवास के वार्षिक महोत्सव के समापन अवसर पर उपस्थितजनों को संबोधित कर रहे थे। गुरुकुल धीरणवास के प्रधान ओर सार्वदेशिक आर्य युवक परिषद के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी आदित्यवेश ने कहा कि जो लोग चाहते है कि उनकी संताने नशे जैसे दुर्व्यसन और बुराइयों से दूर रहें तो उन्हें आर्य समाज के कार्यक्रमों में भेजें। हिसार के सांसद जयप्रकाश जेपी ने कहा कि देश को नई दिशा देने मे आर्य समाज और गुरुकुल अहम भूमिका निभा रहे। उन्होंने कहा कि युवाओं को आज संस्कार देने की आवश्यकता है। उन्होंने अपने आर्य समाज के साथ अनुभव सांझा किए और कहा कि आर्य समाज जितना मजबूत होगा देश भी उतना ही तेजी से आगे बढेगा। नलवा विधानसभा के विधायक रणधीर पनिहार ने उपस्थित जन समूह को सम्बोधित करते हुए कहा कि आर्य समाज से प्रेरणा लेकर मेरे गांव से भी कई व्यक्ति आजादी के आंदोलन मे सक्रिय रहे। उन्होंने गुरुकुल की गौशाला मे एक शैड बनवाने का आश्वासन दिया। गुरुकुल के कार्यकारी प्रधान सूबेसिंह आर्य ने कहा कि बच्चों तथा शिक्षकों की कड़ी मेहनत का परिणाम है कि उन्होंने हैरतअंगेज कारनामें करके दिखाए। मलखंब, योगासन, स्तूप निर्माण, जुडो आदि के प्रदर्शन ने सभी का मन मोह लिया। नंदराम सांगवान, महाबीर तहसीलदार, कृष्ण सैनी, दलबीर आर्य, गुरुकुल के मंत्री सत्यकाश आर्य, प्रवक्ता सत्यपाल अग्रवाल, उप प्रधान अजमेर सलेमगढ़, भूप सिंह सीसवाला, खजान सिंह पनिहार, तेलूराम, डॉक्टर राजबीर, सहायक मुख्य अधिष्ठिता महेंद्र आर्य, जयवीर सोनी आदि ने सभी अतिथियों का सम्मान व स्वागत किया।कार्यक्रम का संचालन कार्यकारिणी के सदस्य आचार्य देवदत्त ने किया। उन्हीं के ब्रह्मत्व में यज्ञ का आयोजन हुआ जिसमें मुख्य यज्ञमान कैप्टन सूबे सिंह, मास्टर रामफल, सेठ धर्मबीर सीसवाला, यशबीर, राजबीर वशिष्ठ रहे। भव्य व्यायाम प्रदर्शन आचार्य सहसरपाल आर्य तथा गुलाब सिंह आर्य के नेतृत्व मे हुआ। आचार्य जोगेंद्र, सतपाल, विक्रम सिंह, अजय, संदीप, सत्यवान, सुनील, राजेश, नितिन, उज्ज्वल, दिनेश आदि का विशेष सहयोग रहा।
(Udaipur Kiran) / राजेश्वर