दमिश्क, 26 दिसंबर (Udaipur Kiran) । सीरिया में अब सभी सैन्य विद्रोही गुट आपसी मतभेद भुलाकर आक्रामक नेता अहमद अल-शरा के नेतृत्व में काम करने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। अपदस्थ राष्ट्रपति बशर अल-असद के रूस भाग जाने के बाद अस्तित्व में आई कार्यवाहक सरकार की भी यही कोशिश है। उसने 25-26 दिसंबर को सरकारी संस्थानों में कामकाज निलंबित करने का फैसला किया है।
सीरियन अरब न्यूज एजेंसी (साना) की खबर के अनुसार, अहमद अल-शरा ने रविवार से मुलाकात का सिलसिला शुरू किया है। वह नए सैन्य संस्थान (रक्षा मंत्रालय) के स्वरूप पर चर्चा कर रहे हैं। अमेरिकी समाचार पत्र द न्यूयॉर्क टाइम्स की खबर में भी कहा गया है कि सीरिया के नए नेता विद्रोही गुटों को एक मंच पर लाने की कोशिश कर रहे हैं। एक नए समझौते के तहत कई विद्रोही गुटों ने रक्षा मंत्रालय में शामिल होने पर सहमति दी है।
साना की रिपोर्ट में जारी तस्वीर में अहमद अल-शरा को दर्जनों विद्रोही गुट के नेताओं के साथ मुलाकात करते हुए दिखाया गया है। हयात तहरीर अल-शाम के नेता अहमद अल शरा ने इस संबंध में तुर्किये के विदेशमंत्री हाकन फिदान से भी चर्चा की है। उल्लेखनीय है कि हयात तहरीर अल-शाम ने असद शासन को उखाड़ फेंकने में प्रमुख भूमिका निभाई है।
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(Udaipur Kiran) / मुकुंद