उदयपुर, 25 दिसंबर (Udaipur Kiran) । राजस्थान में ऑनलाइन सेवाओं में नित नई चुनौतियों से जूझते ई-मित्रों के सामने अब एक और चुनौती आ गई है। राजस्थान सरकार ने नागरिक सेवाओं के लिए उपयोग किए जाने वाले एसएसओ सिटीजन सर्विस ऐप को ई-मित्रों पर होल्ड कर दिया है। इस नए डिजिटल लॉक ने ई-मित्र संचालकों के स्वयं के लिए परेशानी खड़ी कर दी है।
दरअसल, सरकार ने यह प्रावधान कर दिया है कि ई-मित्र संचालक अपनी एसएसओ आईडी से सिर्फ ई-मित्र ही चला सकेगा। यदि कोई ई-मित्र संचालक ई-मित्र सेवा से इतर सिटीजन एप में प्रदत्त सेवाओं में आवेदन करना चाहे तो उसके एसएसओ आईडी से यह संभव ही नहीं होगा। इस प्रावधान से सिटीजन एप के मार्फत भवन निर्माण, आवास आवेदन, जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र आदि कार्य ई-मित्र संचालक को स्वयं और स्वयं के परिवार के लिए करना भी दूभर हो गया है।
हालांकि, सरकार ने विभिन्न भर्तियों के लिए आवेदन के रिक्रूटमेंट पोर्टल को फिर से ई-मित्र एसएसओ में शामिल कर दिया है। वरना, कई ई-मित्र संचालक अपना स्वयं का एडमिट कार्ड भी नहीं निकाल पा रहे थे, क्योंकि उन्होंने भी सरकारी नौकरियों के लिए फॉर्म भर रखे हैं। यह राहत मंगलवार दोपहर बाद ही प्रदान की गई है।
बताया जा रहा है कि सरकार को ई-मित्रों द्वारा ओवरचार्जिंग (अत्यधिक शुल्क) वसूलने की शिकायतें मिली थीं। इसी के चलते सरकार ने ई-मित्र संचालकों की एसएसओ आईडी से सिटीजन एप को विलोपित कर दिया। इस बारे में जानकार यह कहते हैं कि सिटीजन एप का काम होना तो ग्राहक की एसएसओ आईडी से ही है और यदि ग्राहक यह अपने स्तर पर कर पाते तो ओवरचार्ज छोड़ो कोई चार्ज की ही जरूरत नहीं होती, क्योंकि आज भी कम्प्यूटर्स पढ़े हुए लोग अपने घर से ही आवेदन कर लेते हैं, बाजार में तो नहीं कर पाने वाला ही आता है। ऐसे में ओवरचार्जिंग की शिकायत को लेकर सिटीजन एप को विलोपित कर दिए जाने का कारण ही बेमानी लगता है।
इधर, ई-मित्र एसएसओ आईडी पर सिटीजन एप बंद होने के बाद ई-मित्रों पर पहुंचने वाले ग्राहकों के लिए एसएसओ आईडी बनाकर सेवाएं दी जा रही हैं। संबंधित विभाग का कहना है कि यह कदम पारदर्शिता और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है। उपभोक्ताओं को अब किसी भी समस्या का सामना न करना पड़े, इसके लिए पूरी सेवाएं अब ई-मित्र पोर्टल के अंतर्गत ही लाने का प्रयास किया जा रहा है, ताकि हर सेवा का शुल्क निर्धारण हो सके और उसकी रसीद भी मिल सके।
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(Udaipur Kiran) / सुनीता