ग्वालियर, 24 दिसम्बर (Udaipur Kiran) । देश के अलग-अलग भागों में सक्रिय मौसम प्रणालियों के प्रभाव से ग्वालियर में दूसरे दिन भी मौसम बिगड़ा रहा। सोमवार रात में हुई मौसम की पहली मावठी बारिश के बाद मंगलवार शाम को भी हल्की बारिश हुई। मौसम के जानकारों की मानें तो वर्तमान में मौजूद मजबूत मौसम प्रणालियों के प्रभाव से 28 दिसंबर तक बादल छाए रहेंगे। साथ ही ग्वालियर-चंबल अंचल में कहीं-कहीं हल्की बारिश भी हो सकती है।
सोमवार की रात शहर में 0.6 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई थी। मंगलवार को भी दिन भर बादल छाए रहे। शाम करीब छह बजे से लगभग 20 मिनट तक रिमझिम बारिश हुई। मौसम में आए बदलाव की वजह से जहां दिन के तापमान में गिरावट हुई है वहीं रात के तापमान में वृद्धि दर्ज की गई है। आमजन को यह बदला हुआ मौसम भले ही विपरीत लग रहा हो लेकिन किसानों के चेहरे पर इस विपरीत मौसम ने मुश्काल विखेर दी है क्योंकि उनकी फसलों में प्राकृतिक रूप से सिंचाई हो गई है।
मौसम विज्ञान केन्द्र भोपाल से प्राप्त जानकारी के अनुसार इस समय पंजाब में पश्चिमी विक्षोभ और दक्षिण-पूर्वी राजस्थान में चक्रवातीय परिसंचरण सक्रिय है। उत्तर भारत के वायु मंडल में जेट स्ट्रीम बना हुआ है। इन मौसम प्रणालियों के प्रभाव से ही बारिश हो रही है। गुरुवार 26 दिसंबर की रात एक और तीव्र आवृत्ति का पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत में प्रवेश करेगा। इसके चलते 28 दिसंबर तक बादल छाए रहेंगे। इस दौरान भी ग्वालियर एवं चंबल संभाग में कहीं-कहीं हल्की बारिश हो सकती है।
बढ़कर 13 डिग्री सेल्सियस के पास पहुंचा न्यूनतम पारा: बादल व बारिश के साथ हवा में नमी बढऩे की वजह से मंगलवार को न्यूनतम तापमान बढ़कर 12.8 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया है जो सामान्य से 5.1 डिग्री सेल्सियस अधिक है। न्यूनतम तापमान में वृद्धि की वजह से रात में ठंड के तेवर कुछ नरम पड़ गए हैं लेकिन अधिकतम तापमान लुढ़क कर 21.2 डिग्री सेल्सियस पर आ गया है जो सामान्य से 2.2 डिग्री सेल्सियस कम है। मौसम के जानकारों का कहना है कि मौसम शुष्क होने के बाद जब उत्तर से बर्फीली हवाएं आना शुरू होंगी तब न्यूनतम तापमान में गिरावट के साथ ठंड का असर फिर से बढ़ेगा।
(Udaipur Kiran)
(Udaipur Kiran) / शरद शर्मा