जम्मू, 24 दिसंबर (Udaipur Kiran) । भाजपा मुख्यालय में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में जम्मू-कश्मीर विधानसभा में विपक्ष के नेता सुनील शर्मा ने भारतीय संविधान के निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर के प्रति कथित ऐतिहासिक अनादर और दुर्व्यवहार के लिए कांग्रेस पार्टी से बिना शर्त माफी मांगने की मांग की। भाजपा नेताओं शक्ति राज परिहार, डॉ. देविंदर कुमार मन्याल, बलबीर राम रतन और डॉ. प्रदीप महोत्रा के साथ शर्मा ने कांग्रेस पर सार्वजनिक सेवा में उनके कार्यकाल के दौरान और उसके बाद भी बाबासाहेब अंबेडकर को लगातार दरकिनार करने का आरोप लगाया।
शर्मा ने इस बात पर प्रकाश डाला कि डॉ. अंबेडकर को मंत्रिमंडल से इस्तीफा देने के बाद संसद को संबोधित करने का अवसर नहीं दिया गया जो आमतौर पर निवर्तमान मंत्रियों को दिया जाता है। शर्मा ने आरोप लगाया बाबासाहेब के त्यागपत्र जिसमें तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की कड़ी आलोचना की गई थी को कांग्रेस ने कभी सार्वजनिक नहीं किया जिससे उनके प्रति उनकी उपेक्षा उजागर हुई। भाजपा नेता ने कांग्रेस की इस बात के लिए भी आलोचना की कि उसने अपने कार्यकाल के दौरान डॉ. अंबेडकर को भारत रत्न जैसे किसी भी राष्ट्रीय सम्मान से सम्मानित नहीं किया जबकि नारायण सदूबा काजरोलकर जैसे अन्य लोगों को सम्मानित किया गया जिन्होंने अंबेडकर को चुनाव में हराया था।
शर्मा ने बताया कि नेहरू ने काजरोलकर के पक्ष में अंबेडकर के खिलाफ अभियान भी चलाया था। हाल के विवादों का जिक्र करते हुए शर्मा ने कांग्रेस पर डॉ. अंबेडकर को सम्मानित करने का दावा करने और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के भाषण के एक अंश का राजनीतिकरण करने का पाखंड करने का आरोप लगाया। उन्होंने कांग्रेस के कार्यों को अपने ऐतिहासिक रिकॉर्ड से ध्यान हटाने के लिए एक हताश प्रयास के रूप में खारिज कर दिया। शर्मा ने लंदन, दिल्ली और नागपुर सहित कई स्मारकों की स्थापना करके और कांग्रेस शासन के दौरान रुकी हुई परियोजनाओं को पूरा करके डॉ. अंबेडकर को सम्मानित करने के लिए मोदी सरकार को भी श्रेय दिया।
(Udaipur Kiran) / राहुल शर्मा