जयपुर, 24 दिसंबर (Udaipur Kiran) । गायत्री परिवार सर्दी के मौसम में पंच कुंडीय यज्ञ की श्रंखला चलाकर हर किसी को यज्ञ करने का अवसर प्रदान करेगा। पिछले दिनों निकली ज्योति कलश यात्रा का स्वागत करने वालों को यज्ञ में शामिल होने का आह्वान किया जाएगा। आगामी पांच जनवरी को गोविंद देवजी मंदिर में सुबह नौ से ग्यारह बजे तक पंच कुंडीय यज्ञ किया जाएगा।
इस आशय का निर्णय किरण पथ मानसरोवर स्थित वेदमाता गायत्री वेदना निवारण केन्द्र पर कार्यकर्ता गोष्ठी में लिया गया। गायत्री परिवार राजस्थान जोन समन्वयक ओमप्रकाश अग्रवाल ने बताया कि सभी यज्ञ निशुल्क होंगे। इसमें समाज के सभी वर्गों के लोग शामिल हो सकेंगे। आराध्य देव गोविंद देवजी मंदिर में पांच जनवरी को मंदिर महंत अंजन कुमार गोस्वामी महाराज के सान्निध्य में यज्ञ श्रंखला का शुभारंभ किया जाएगा।
गोष्ठी में सर्व सम्मति से निर्णय लिया गया कि गायत्री परिवार आगामी बसंत पंचमी तक प्रज्ञा मंडल, महिला मंडल और युवा मंडलों के गठन का अभियान चलाएगा। इन मंडलों के माध्यम से समाज में शिक्षा, स्वास्थ्य, साधना, स्वावलंबन, कुरीति उन्मूलन, नारी जागरण, नशा उन्मूलन, यज्ञ, संस्कार सहित अनेक गतिविधियों का संचालन किया जाएगा।
घर-घर में स्वाध्याय का वातावरण बनाने के लिए अखण्ड ज्योति, युग निर्माण अभियान और प्रज्ञा अभियान का विस्तार करते हुए नए लोगों को इसका सदस्य बनाया जाएगा। गोष्ठी को सह जोन समन्वयक गायत्री कचोलिया, जिला संयोजक केदार शर्मा, वेदना निवारण केन्द्र में शांतिकुंज प्रतिनिधि आर डी गुप्ता, ब्रह्मपुरी शक्तिपीठ व्यस्थापक सोहनलाल शर्मा, सह व्यवस्थापक मणिशंकर चौधरी, कालवाड़ शक्तिपीठ प्रतिनिधि प्रहलाद शर्मा, करधनी शाखा संयोजक कुसुम सिंघल ने विचार रखे।
सर्व प्रथम ज्योति कलश रथ यात्रा में समयदान और अंशदान से सहयोग कर सफल बनाने वाला का आभार प्रकट किया गया। गृहे गृहे गायत्री यज्ञ अभियान को पुन: आरम्भ करने, हर पूर्णिमा को हो रहे ऑनलाइन यज्ञ में ज्यादा से ज्यादा लोगों को जोडऩे का संकल्प लिया गया। पौष बड़ा प्रसादी के साथ गोष्ठी का समापन हुआ। संचालन जयपुर उप जोन समन्वयक सुशील कुमार शर्मा ने किया।
विश्व में व्याप्त विभीषिकाओं के शमन के लिए श्री वेदमाता गायत्री वेदना निवारण केन्द्र, मानसरोवर में 19 दिसंबर से 51 लाख गायत्री महामंत्र जप अनुष्ठान शुरू किया गया है। मंगलवार को कई साधकों ने सुबह 8 बजे से शाम पांच बजे तक सबकी सद्बुद्धि की कामना के साथ गायत्री महामंत्र का जाप किया। इस अनुष्ठान की पूर्णाहुति 02 फरवरी 2025 बसंत पंचमी पर की जाएगी।
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(Udaipur Kiran)