जबलपुर, 24 दिसंबर (Udaipur Kiran) । गोहलपुर थाना अंतर्गत दमोहनाका से निकलने वाली विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल की शौर्य यात्रा मंगलवार को पुलिस ने रोक दी। पुलिस के अनुसार इस यात्रा की परमिशन नहीं ली गयी थी, इसके अलावा इस यात्रा का रूट संवेदनशील मार्गों से होकर था। लिहाजा इस यात्रा को पुलिस ने हितकारिणी स्कूल के पास रोक दिया। यात्रा रोकते ही विवाद की स्थिति बन गई। कार्यकर्ताओं ने जबरन बैरिकेड को तोड़ते हुए बाहर निकलने का प्रयास किया लेकिन पुलिस ने उन्हें बलपूर्वक रोक दिया। इस बीच पुलिस से कार्यकर्ताओं की जमकर झड़प भी हुई। करीब आधे घंटे तक पुलिस और कार्यकर्ताओं के बीच झड़प होती रही। पुलिस का कहना है कि जिस रूट से शौर्य यात्रा निकाली जा रही थी, वहां पर आपत्ति है इस वजह से उन्हें मना किया गया है।
बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने पुलिस प्रशासन के आदेश को मानने से इनकार करते हुए कहा कि 30 सालों से यात्रा निकाली जा रही है, लेकिन कभी अनुमति की जरूरत नहीं पड़ी। विश्व हिंदू परिषद के जिला संयोजक सुमित सिंह ठाकुर का कहना है कि 11 दिन पहले ही पुलिस प्रशासन को जानकारी दे दी गई थी। सभी रूट भी बता दिए गए थे लेकिन पुलिस ऐन वक्त पर उन रास्तों को बदलने की बात करने लगी। अलग रुट की बात पर सामंजस्य बनते ही यात्रा प्रारंभ की गयी, लेकिन जैसे ही यात्रा मछली मार्केट मिलोनिगंज पहुंची, कार्यकर्त्ता विवादित रुट पर जाने के लिए जोर लगाने लगे। जिस पर वहां पहले से मौजूद पुलिस फ़ोर्स ने बलपूर्वक रोकना चाहा, जिससे बजरंगियों की झड़प हो गयी। रोके जाने से नाराज बजरंगी वहीं सडक पर बैठ गये। इसके बाद हनुमान चालीसा का पाठ करने के बाद यात्रा का वहीं समापन कर दिया गया। बजरंगियों ने प्रशासन और राजनैतिक लोगों पर आरोप लगाते हुए प्रदेश व्यापी आन्दोलन की चेतावनी दी है। हिंदूवादी नेताओं ने प्रशासन पर राजनैतिक दबाब में यात्रा को रोकने का भी आरोप लगाया है। विश्व हिंदू परिषद के प्रांताध्यक्ष सुनील भागचंदानी, विभाग मंत्री पंकज श्रीवस्त्री, सन्तोष चौबे, बजरंगियों के साथ इस यात्रा में थे। इस दौरान यात्रा को रोकने के लिए एसडीएम पंकज मिश्रा,अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आनंद कलादगी,सूर्यकांत शर्मा सहित करीब एक दर्जन से अधिक थानों की पुलिस मौके पर मौजूद रही।
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(Udaipur Kiran) / विलोक पाठक