Uttar Pradesh

भाजपा लोकतंत्र और संवैधानिक मूल्य के प्रति तिरस्कार दिखाने का कोई मौका नहींं छोड़ती: राजेश लिलोथिया

प्रेस वार्ता में राजेश लिलोथिया,अजय राय व अन्य नेता:फोटो बच्चा गुप्ता

—कांग्रेस दलित प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने गृहमंत्री अमित शाह पर साधा निशाना,माांगा इस्तीफा

वाराणसी,24 दिसम्बर (Udaipur Kiran) । कांग्रेस दलित प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजेश लिलोथिया ने मंगलवार को गृहमंत्री अमित शाह पर जमकर निशाना साधा। बाबा साहेब डॉ भीमराव अंबेडकर पर गृहमंत्री के दिए एक बयान को लेकर राजेश लिलोथिया ने कहा कि भाजपा हमेशा से लोकतंत्र और संवैधानिक मूल्य के प्रति तिरस्कार दिखाने का कोई मौका नहींं छोड़ती। इस बार तो पार्टी ने हद पार कर दी। राजेश लिलोथिया सिद्धगिरी बाग रोड स्थित एक होटल में मीडिया से रूबरू थे।

उन्होंने बताया कि संविधान के पचहत्तर वर्ष पूरे होने पर कांग्रेस समेत इंडिया गठबंधन दलों के नेताओं ने संसद में सरकार से संविधान पर चर्चा की मांग रखी। अडानी, मणिपुर,संभल जैसे मामले पर सदन में बहस की मांग लगातार ठुकराए जाने के बाद संविधान पर चर्चा की मांग मान ली गई। उन्होंने कहा कि संसद में कांग्रेस समेत सभी दलों ने सरकार को लोकतांत्रिक और संवैधानिक मूल्यों की प्रतिबद्धता की याद दिलाई । समता,समानता औऱ न्याय के डॉ. अंबेडकर के आदर्श पर चलने की सलाह भाजपा को कतई रास नहींं आई। संविधान पर लगातार विपक्षी दलों को बोलने से रोकने की कोशिश की गई। उन्होंने आरोप लगाया कि आरक्षण खत्म करने की साजिश के तहत भाजपा की संविधान बदलने की कोशिश को 2024 के आम चुनाव में जनता ने नाकाम कर दिया। अब बैसाखी सरकार बना कर लोकतांत्रिक मूल्यों का पाठ पढ़ा रही है। राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस पार्टी बाबा साहेब के अपमान को लेकर गृहमंत्री अमित शाह के इस्तीफे की मांग को लेकर अडिग है। सड़क से लेकर संसद तक हमारा विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा। हमारा मानना है कि भारत का संविधान, सिर्फ संविधान नहीं बल्कि इस महान देश की अस्मिता और इसकी एकता तथा अखंडता का सबसे बड़ा प्रहरी है । भारतीय संविधान ने भारत के करोड़ों लोगों की भावनाओं और उम्मीदों को कवच देकर उनकी भावनाओं को साकार किया । वार्ता में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय,जिला एवं महानगर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राजेश्वर सिंह पटेल एवं राघवेंद्र चौबे ने राजेश लिलोथिया को अंगवस्त्र भेंट कर सम्मानित किया।

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(Udaipur Kiran) / श्रीधर त्रिपाठी

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