जम्मू, 23 दिसंबर (Udaipur Kiran) । ऑपरेशन सद्भावना के तहत एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए भारतीय सेना ने राजौरी जिले के डीइंग (कलाल), परात और लाम गांवों में व्यावसायिक प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किए हैं। इलेक्ट्रीशियन, बढ़ईगीरी और सैनिक स्कूल की तैयारी पर ध्यान केंद्रित करने वाले कौशल-विकास कैडर का उद्देश्य क्षेत्रीय विकास संबंधी चुनौतियों का समाधान करते हुए स्थानीय युवाओं की रोजगार क्षमता और आत्मनिर्भरता को बढ़ाना है।
व्यावहारिक विशेषज्ञता और आधुनिक कौशल के लिए डिज़ाइन किया गया यह कार्यक्रम 25-30 से अधिक व्यक्तियों को लाभान्वित करेगा और उन्हें अपने समुदायों में योगदान देने या स्व-रोज़गार उद्यम स्थापित करने के लिए मूल्यवान व्यावसायिक प्रशिक्षण प्रदान करेगा। प्रतिभागियों को उनके सीखने का समर्थन करने के लिए इलेक्ट्रीशियन टूलकिट से लैस किया गया है और कैडर के अंत में पूरा होने का प्रमाण पत्र प्रदान किया जाएगा। कौशल विकास की आवश्यकता को संबोधित करके कैडर युवाओं को बेहतर भविष्य सुरक्षित करने और स्थानीय अर्थव्यवस्थाओं का समर्थन करने का मार्ग प्रदान करते हैं।
समुदाय ने उत्साहपूर्वक प्रतिक्रिया दी है और प्रतिभागियों ने इस अवसर के लिए आभार व्यक्त किया है। प्रशिक्षुओं में से एक ने साझा किया कि यह प्रशिक्षण हमारे युवाओं के लिए एक गेम-चेंजर है जो हमें ऐसे कौशल हासिल करने में मदद करता है जो हमारी आजीविका में सुधार कर सकते हैं।
(Udaipur Kiran) / राहुल शर्मा