Uttar Pradesh

शीतकालीन चारधाम यात्रा पूर्ण कर शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद काशी पहुंचे, पुष्पाभिनंदन

शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद श्री विद्या मठ में: फोटो बच्चा गुप्ता

—श्रद्धालुओं और बटुकों ने किया चरणपादुका पूजन,25 दिसम्बर तक काशी में प्रवास

वाराणसी,22 दिसम्बर (Udaipur Kiran) । शीतकालीन चारधाम यात्रा पूर्ण कर तय कार्यक्रम से एक दिन पहले सोमवार शाम को ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगदगुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद वाराणसी पहुंचे। बाबतपुर एयरपोर्ट से केदारघाट स्थित श्री विद्यामठ तक श्रद्धालुओं और वेदपाठी बटुकों ने जगह—जगह मंत्रोंच्चार व पुष्पवर्षा के बीच शंकराचार्य का स्वागत किया।

रास्ते में शंकराचार्य महामना मदन मोहन मालवीय की जयंती (हिंदी तिथि के अनुसार) पर आयोजित कार्यक्रम में भी शामिल हुए और महामना को नमन किया। कार्यक्रम में अधिवक्ता रमेश उपाध्याय,सतीश अग्रहरी,रवि त्रिवेदी,यतीन्द्र चतुर्वेदी,कीर्ति हजारी शुक्ला आदि ने शंकराचार्य का पुष्प वर्षा के बीच स्वागत किया। यहां से केदारघाट स्थित श्रीविद्यामठ में वैदिक मंत्रोच्चार और पुष्पवर्षा के बीच बटुकों और संतों ने शंकराचार्य का स्वागत किया। मठ में डॉ हरिप्रकाश पाण्डेय ने सपत्नीक सावित्री पाण्डेय के साथ चरणपादुका पूजन किया। इस अवसर पर शंकराचार्य ने कहा कि अनन्त जन्मों के पुण्य कर्मों के फलों के उदित होने पर जीव को काशीवास सुलभ होता है। इसलिए काशीवासियों के दृढ़ता से धर्म का पालन करना चाहिए। ताकि वो मोक्ष के भागी बन सकें। मठ में शंकराचार्य 25 दिसम्बर तक प्रवास कर विविध अनुष्ठानों में शामिल होंगे। मठ में साध्वी पूर्णाम्बा ,साध्वी शारदाम्बा ,सजंय पाण्डेय ,ब्रम्हचारी परमात्मानंद,पं त्रिलोचन शर्मा,बसंत राय भट्ट,डॉ साकेत शुक्ला,डॉ विकास तिवारी,अमित पाण्डेय,पं सदानंद तिवारी आदि ने स्वागत किया।

(Udaipur Kiran) / श्रीधर त्रिपाठी

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