अभाविप कानपुर प्रांत का 64 वां प्रांत अधिवेशन प्रारंभ
शिक्षा एवं छात्रों से जुड़े अनेक मुद्दों पर होगा मंथन
झांसी, 23 दिसंबर (Udaipur Kiran) । अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद कानपुर प्रांत का 64 प्रांत अधिवेशन हर्षोल्लास एवं भारत माता की जयकारों के साथ प्रारंभ हुआ। मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश सरकार के परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने कहा कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का राष्ट्र के प्रति समर्पित एवं अनुसूचित छात्र स्वर्णिम भारत का निर्माण करने में अग्रणी हैं। विद्यार्थी परिषद संगठन ही शक्ति है एवं ज्ञान शील एकता के बोध वाक्य को साकार रूप प्रदान करता है।
कानपुर प्रांत में जुटे विभिन्न जिलों से लगभग 1300 छात्र निश्चित यहां से राष्ट्र के प्रति अपने कर्तव्य और दायित्वों का ध्येय निश्चित करके आगे बढ़ेंगे। उत्तर प्रदेश सरकार लगातार प्रदेश में शिक्षा के माहौल को बेहतर बनाने का प्रयास कर रही है । राष्ट्रीय नई शिक्षा नीति के अनुपालन में हम देश के अग्रणी राज्य हैं। हाल ही में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा 71 राजकीय महाविद्यालय संपूर्ण प्रदेश को प्रदान किए गए हैं। इससे ग्रामीण क्षेत्र के छात्रों को और बेहतर शिक्षा के अवसर मिलेंगे।
विशिष्ट अतिथि अभाविप के राष्ट्रीय मंत्री राहुल राणा ने कहा कि शिक्षा परिसर से लेकर देश की सीमाओं तक अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद कार्य कर रहा है। एबीवीपी अकेला ऐसा संगठन है, जो समाज के संकटों और राष्ट्र की चुनौतियों को अपना मानता है और उसका डटकर मुकाबला करता है। उन्होंने कहा कि राष्ट्र का एकत्व ही अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का लक्ष्य है। विद्यार्थियों को शिक्षा, संस्कार और स्वावलंबन प्रदान करने में एबीवीपी की महत्वपूर्ण भूमिका है।
प्रांत अध्यक्ष डॉ ब्रजेश मिश्र ने कहा कि भारत की नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति से भारतीय दर्शन एवं सांस्कृतिक विचारों की घर वापसी हुई है। बीते एक दो वर्षों में राष्ट्रीय शिक्षा नीति के हिसाब से कई परिवर्तनों की आधारशिला रखी गई है। उन्होंने कहा कि राष्ट्र निर्माण के महायज्ञ में शिक्षा नीति सबसे महत्वपूर्ण तत्व है।
उद्घाटन सत्र के स्वागत अध्यक्ष, कुलपति, बुंदेलखंड विश्वविद्यालय प्रोफेसर मुकेश पाण्डेय ने कहा कि वर्तमान में उत्तर प्रदेश के शिक्षा परिदृश्य में आशातीत बदलाव हुआ है। कौशल विकास आधारित पाठ्यक्रमों का निर्माण किया जा रहा है। शिक्षा और उद्योगों के बीच के अंतर को काम किया जा रहा है। इसका परिणाम यह है कि कानपुर प्रांत के दो विश्वविद्यालयों को नेक द्वारा ए प्लस प्लेस का उच्चतम ग्रेड प्रदान किया गया है। इससे जहां छात्रों को शिक्षा के बेहतर अवसर मिलेंगे उसके साथ ही रोजगार की संभावनाएं भी बनेगी।
स्वागत समिति मंत्री प्राचार्य राजकीय कॉलेज चरखारी प्रोफेसर श्याम शंकर सिंह ने कहा कि युवा छात्रों का यह हुजूम आज रानी लक्ष्मीबाई की भूमि पर नये भारत की हुंकार भर रहा है। अधिवेशन के दौरान कई शिक्षा और छात्र हितों से जुड़े प्रस्तावों पर चर्चा की जाएगी। आशा है कि जब हम इस यज्ञ की पूर्णाहुति करेंगे, कुछ ना कुछ अमृत अवश्य निकलेगा। प्रांत मंत्री शिवराज बुंदेला ने कहा कि हमारा लक्ष्य शैक्षणिक गुणवत्ता में सुधार एवं शैक्षणिक कैलेंडर का दृढ़ता से पालन करवाना है। उद्घाटन सत्र के बाद प्रस्ताव के रूप में इस पर चर्चा की जाएगी। उन्होंने छात्रों से सुझाव आमंत्रित किये।
इसके पूर्व प्रांत अध्यक्ष डॉ बृजेश मिश्रा एवं प्रांत मंत्री शिव राजा बुंदेला ने अधिवेशन में ध्वज रोहण किया। 1300 छात्रों के हुजूम द्वारा भारत भूमि के जयकारों ने पैरामेडिकल में बनाये गए वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई नगर को प्रफुलित कर दिया।
इस अवसर पर झांसी महानगर के अनेकों गणमान्य अतिथि, नागरिक, जन सामान्य, घनश्याम शाही क्षेत्रीय संगठन मंत्री,मनीष राय प्रांत संगठन मंत्री, विक्रम
अखिल भारतीय अग्रविशन प्रमुख, शिवा राजे बुंदेला जी
प्रांत मंत्री, रसकेंद्र गौतम प्रांत कार्यकारणी सदस्य,अखिलेश तिवारी अग्रविशन प्रमुख, ज्ञानेंद्र विभाग संगठन मंत्री, शुभम जिला संगठन मंत्री, रानू देवलिया, अमित चिरवरिया, राजीव सेगर, मनेंद्र सिंह गौर, भारती प्रजापति, राष्ट्रीय कला मंच संयोजक, हर्ष जैन
प्रांत सेवार्थ विद्यार्थी सह संयोजक, प्रतिमा परमार, अरविंद परमार, डॉ बृजेश सिंह परिहार, डॉ गिरजा सिंह, डॉ रश्मि सेंगर,डॉ सुनीता,डॉ रानी शर्मा, सत्य चौधरी, अजय शंकर तिवारी, डॉ अंकिता शर्मा, डॉ अनुराग, अंगिता, सहदेव, सुशांत श्रृंगऋषि, अभय ब्रह्मचा, तेजस प्रताप एवं विभिन्न जिलों से आए अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के दायित्व कार्यकर्ता एवं छात्र उपस्थित रहे।
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(Udaipur Kiran) / महेश पटैरिया