जौनपुर,23 दिसंबर (Udaipur Kiran) । सोमवार सुबह नगर कोतवाली थाना क्षेत्र के शाही पुल के नीचे स्थित मां काली के प्राचीन मंदिर होने की बात जैसे ही लोगों के बीच पहुंची भारी संख्या में लोग मंदिर देखने के लिए उमड़ पड़े । स्थानीय लोगों के अनुसार वहां माता काली का सैकड़ों वर्ष पुराना मंदिर है जिसे पूर्व की सपा सरकार में नदी में पानी ज्यादा होने के कारण बंद करवा दिया गया था जिसे पुनः खोलने की मांग हिंदूवादी संगठन द्वारा की जा रही है।
इस मामले को लेकर पूर्व में भी स्थानीय निवासी महेश कुमार पुत्र हीरालाल सेठ निवासी हनुमान घाट केसरी बाजार द्वारा जिलाधिकारी एवं सिटी मजिस्ट्रेट को प्रार्थना पत्र के माध्यम से दीवार को खुलवाने की मांग लगातार की जाती रही है, लेकिन जिला प्रशासन द्वारा उसे अनसुना कर दिया गया है। जिस कारण आज तमाम लोगों ने एकत्रित होकर जिला प्रशासन शासन से मांग किया है कि जल्द से जल्द उक्त मंदिर को खुलवाया जाए। यह मंदिर लगभग सैकड़ों वर्ष पुराना बताया जा रहा है। वहीं इस मामले में जानकारी देते हुए महंत अंबुजा नंद महाराज का साफ तौर पर कहना है कि यह प्राचीन काली माता का मंदिर है जिसे बंद कर दिया गया है उसे खोल दिया जाए यदि अंदर काली माता की मूर्ति नहीं मिलती है तो हम सभी लोग मिलकर पुनः से बंद कर देंगे। हम शासन प्रशासन से किसी प्रकार उलझना नहीं चाहते हैं। हमारी मांग है कि इसको खोलकर देख लिया जाएगा जाए, यहां प्राचीन काली माता का मंदिर है, जैसे दक्षिणी छोर पर भगवान शिव का मंदिर है इस तरह यहां मां काली का मंदिर है।
इस मामले में स्थानीय निवासी श्यामा देवी का भी दावा है कि यहां पर काली माता का मंदिर था जिसमें वह लोग बराबर पूजा करने जाया करती थी। श्यामा देवी का यह भी दावा है कि सैकड़ों वर्ष पहले से ही यहां पर काली माता का मंदिर था जो अब बंद हो गया है। श्यामा देवी की उम्र 100 वर्ष के आसपास है लेकिन उनका कहना है मुझे आज भी याद है कि यहां मां काली का मंदिर हुआ करता था जहां वो लोग पूजा अर्चना किया करती थी।
(Udaipur Kiran) / विश्व प्रकाश श्रीवास्तव