सुल्तानपुर, 23 दिसंबर (Udaipur Kiran) । कोतवाली क्षेत्र के अलहदादपुर गांव में लाइन पर फाल्ट ठीक करने के लिए पोल पर चढ़े दिहाड़ी लाइनमैन की करंट की चपेट में आने से मौत हो गई। ग्रामीणों के आक्रोश की सूचना पाकर कादीपुर सीओ और तहसीलदार मौके पर पहुंचे। शव पोल को उतारा गया। बिजली विभाग की ओर से 50 हजार नकद और पांच लाख रुपये देने के आश्वासन पर आक्रोशित परिजनों ने शव को पोस्टमार्टम के लिए तैयार हुए।
दोस्तपुर थाना क्षेत्र के मुस्काबाद कला निवासी इंदर विश्वकर्मा (35) दिहाड़ी लाइनमैन के रूप में काम करता था। सोमवार को दोपहर के आसपास बिरसिंहपुर विद्युत उपकेंद्र से जुड़े अलहदादपुर गांव में सड़क के किनारे हालपुर फीडर की 11 हजार वोल्टेज की लाइन के पोल पर चढ़कर बिजली फाल्ट दूर कर रहा था। आरोप है की इसी बीच उपकेंद्र पर तैनात बिजलीकर्मी ने बिजली चालू कर दिया। करंट की चपेट में आने से इंदर की मौत हो गई। घटना की सूचना ग्रामीणों की ओर से बिजली विभाग और प्रशासनिक अधिकारियों को दी गई। सूचना मिलने पर तहसीलदार जयसिंहपुर मयंक मिश्र, सीओ विनय कुमार, दोस्तपुर थाना प्रभारी पंडित त्रिपाठी मौके पर पहुंचे। तीन घंटे से अधिक समय तक इंदर का शव पोल पर लटका रहा।
सैकड़ों की संख्या में ग्रामीणों एक जुट हो गए । मगर बिजली विभाग का कोई अधिकारी कर्मचारी मौके पर नहीं पहुंचा। बिजली विभाग के अधिकारियों के मौके पर न पहुंचने से ग्रामीण आक्रोशित थे। मृतक की पत्नी गुड़िया ने जेई और एसडीओ पर पति से दिहाड़ी लाइनमैन के रूप में कार्य कराने और अधिकारी कर्मचारियों की लापरवाही से पति के मौत होने का आरोप लगाते हुए दोस्तपुर पुलिस को तहरीर दी है। तहसीलदार के बुलाने पर मौके पर पहुंचे एसडीओ विद्युत अमरजीत वर्मा ने मृतक की पत्नी को 50 हजार रुपये नगद दिया और पांच लाख रुपये देने का वादा किया। तहसीलदार मयंक मिश्र के समझाने पर परिजन मानें और पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। एसओ ने बताया कि परिजनों को समझा बुझाकर शांत कराया गया है। शव पीएम को भेजा गया है। तहरीर के आधार पर केस दर्ज कर विधिक कार्रवाई की जाएगी।
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(Udaipur Kiran) / दयाशंकर गुप्ता