CRIME

रैन बसेरे पर चोरों का कब्जा, पुलिस ने दबिश दी तो मिला लाखों माल

चित्तौड़गढ़ शहर के गांधीनगर में स्थित रैन बसेरा में रखा चोरी का सामान।

चित्तौड़गढ़, 23 दिसंबर (Udaipur Kiran) । रैन बसेेरे गरीब और निराश्रित लोगों के आश्रय का स्थल होते है, जिन पर उच्च न्यायालय स्वयं निगरानी रखता है। गरीब निराश्रित लोगों को सर्दी में आश्रय मिले, इसके लिए नगर परिषद ने स्थाई रैन बसेरे भी शहर में बनाए हुए है। लेकिन नगर परिषद की लापरवाही के कारण यह रैन बसेरे चोरों का अड्डा बन गए है। सुनने में यह बात अजीब लग सकती है लेकिन चित्तौड़गढ़ शहर के मोक्षधाम के समीप पन्नाधाय बस स्टैंड पर स्थित यह स्थाई रैन बसेरा चोरों की आश्रय स्थली बना हुआ है और इसमें लाखों रुपये की चोरी का माल पड़ा हुआ है। मामले का खुलासा तब हुआ जब शहर के गांधीनगर क्षेत्र में रहने वाले एक व्यक्ति के घर के बाहर रखे भारी मशीनरी सामान को चोरों ने गायब कर लिया। इसके सात दिन बाद ही भारी वजनी मशीन भी गायब हो गई। इस पर गांधीनगर मजिस्ट्रेट कॉलोनी में रहने वाले हनीफ मुल्तानी ने अपने सामान की तलाशी की। इस पर चोरी गया यह सामान पन्नाधाय बस स्टैंड के पास रैन बसेरे के बाहर और अंदर पड़ा मिला। बाद में इस मामले की सूचना पुलिस को दी गई।

गांधीनगर चौकी प्रभारी जितेन्द्र सिंह और अन्य पुलिसकर्मी रैन बसेरे पर पहुंचे तो उनकी भी आंखें फटी रह गई। वहां पर बड़ी मात्रा में रेलवे, आरएसीबी विभाग के सामान, पानी की मोटरें, एक बाइक, जले हुए वायर और लोहे के सामान पड़े मिले। पुलिस ने रैन बसेरे पर ताला लगवा दिया और अब प्रार्थी की रिपोर्ट पर पुलिस मुलजिमों की तलाश में जुट गई है।

नगर परिषद करती है रख रखवा, हुई बड़ी चुक

जानकारी में सामने आया कि गरीब और निराश्रित लोगों के लिए बनाए गए रैन बसेरों को शुरु करने के लिए सरकार ने स्पष्ट निर्देश दिये है। यहां भी 1 दिसम्बर से सभी रैन बसेरे शुरु किए गए है। चित्तौड़गढ़ के रोडवेज बस स्टैंड पर बनाए गए रैन बसेरे को लेकर नगर परिषद गंभीरता दिखाती है। लेकिन स्थाई रैन बसेरों पर चोरों का कब्जा होने के बावजूद कान पर जूं नहीं रेंग रही है। रैन बसेरे का निर्माण निराश्रित लोगों के आश्रय के लिए किया गया था।

पुलिस ने लिखे पत्र, नगर परिषद ने नहीं की कार्रवाई

इधर, कोतवाली पुलिस का कहना है कि रैन बसेरा अपराधियों का अड्‌डा बनता जा रहा है। वहीं आवासीय क्षेत्र में बड़ी संख्या में भंगारी भंगार की दुकानें लगा कर बैठे हुए है, जहां पर बड़ी संख्या में प्लास्टिक और अन्य जलाऊ सामान भी एकत्र होता है जो किसी दुर्घटना को न्यौता देता नजर आ रहा है। कई बार पत्र लिखने के बावजूद नगर परिषद ने न तो आवासीय क्षेत्र में काम करने वाले इन भंगारियो पर कार्रवाई की है और न ही रैन बसेरे को लेकर कोई सक्रियता दिखाई है। बताया जाता है कि क्षेत्र के यह भंगारी ही इन अपराधियों को संरक्षण देते है।

सीसी टीवी फुटेज में भी दिखे चोर

रात्रि में चोरी करने वाले इन अपराधियों के सीसीटीवी फुटेज भी सामने आए है। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज ले लिए हैं, जिनके आधार पर अज्ञात चोरों की तलाश की जा रही है। इधर, पीड़ित हनीफ मुल्तानी ने नदीम, आजाद और अन्य लोगों के खिलाफ नामदज रिपोर्ट भी दी है।

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(Udaipur Kiran) / अखिल

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