मृतक बच्चे का पिता बोला, दिन-रात करवाते हैं काम, नहीं संभाल पाते बच्चे
घटना के बाद पुलिस पहुंची मौके पर, जांच शुरू की
हिसार, 23 दिसंबर (Udaipur Kiran) । जिले के नारनौंद क्षेत्र के गांव बुड़ाना में ईंट
भट्ठे की दीवार गिरने से हुई चार बच्चों की मौत के मामले में भट्ठा मालिकों पर लापरवाही
का आरोप लगा है। बच्चों के परिजनों ने आरोप लगाया है कि मालिक उनसे दिन-रात काम करवाते
हैं और वे अपने बच्चों को सही ढंग से संभाल भी नहीं पाते।
दीवार गिरने से हादसे में मारे गए 10 वर्षीय सोनू के परिजन हरिराम व तोताराम
ने आरोप लगाया कि इसमें सरासर भट्ठा मालिक की गलती है। वह दिन रात मजदूरों से काम
करवाते हैं। रात में कड़ाके की ठंड में मजदूरों से काम करवाया जा रहा था। उन्होंने रोते
हुए बताया कि हादसे में हमारे परिवार का बच्चा चला गया। यह लापरवाही ही थी जो ईंट की
दीवार ऊपर से गिर गई तब तक कोई बारिश भी नहीं थी। मजदूरों ने कहा कि रात के समय रोशनी
के भी कोई इंतजाम नहीं किए गए थे। मजदूरों ने मांग की कि पुलिस जांच करके दोषियों पर
कार्रवाई की जाए
प्रत्यक्षदर्शी कृष्ण कुमार ने बताया कि रात 9:15 बजे लेबर काम पर जा रही थी।
लेबर का कुछ काम बाकी था और बच्चे यहां खेल रहे थे, कुछ बच्चे सो रहे थे। कुछ काम बाकी
था। काम करते समय हादसा हुआ और दीवार गिर गई। इसके बाद अफरा-तफरी मच गई। इसी बीच अस्पताल
को सूचना दी गई और प्रशासन की टीम पहुंची। कृष्ण का कहना है कि सभी ने मिलकर रात में
ही बच्चों को बचा लिया। रात से ही भट्ठा मालिक सिविल अस्पताल पहुंचा और घायलों का इलाज शुरू करवाया। भट्ठे पर काम करने
वाले एक मजदूर ने बताया कि आमतौर पर मजदूर अपने परिवार को भट्ठा के बाहर ही रखते हैं,
लेकिन कल ठंड थी और काम रात का था, इसलिए बच्चों को यहां बुलाकर दीवार के सहारे सुलाया
गया, लेकिन हादसा रात को हुआ। उन्हें रात में ही सिविल अस्पताल ले जाया गया।
ज्ञात रहे कि बुडाना गांव में ईंट भट्ठे की दीवार गिरने से हुए हादसे में चार
बच्चों की मौत हो गई। हालांकि वहां सो रहे लगभग 20 बच्चों पर दीवार गिरी लेकिन बाकियों
को बचा लिया गया। पांच साल की बच्ची गौरी की हालत गंभीर बनी हुई है। मृतकों में तीन
महीने की निशा, लगभग 9 वर्षीय सूरज व विवेक और 5 साल की नंदिनी शामिल हैं। भट्ठे पर
काम कर रहे ये मजदूर उत्तर प्रदेश के आंबेडकर नगर जिले के जलालपुर के गांव बधाव के
रहने वाले हैं। घटना के बाद पुलिस ने मौके का निरीक्षण करके जांच शुरू की।
(Udaipur Kiran) / राजेश्वर