7 साल चला रोहतक की अदालत में मुकदमा , आज हुए सबूत के अभाव में बरी
संत ने कहा कि आज भी गाय की दुर्दशा, समाज दोनों जिम्मेदार
रोहतक, 23 दिसंबर (Udaipur Kiran) । सात साल पहले हरियाणा सरकार द्वारा रोहतक के मानसरोवर पार्क में मनाई जा रहे गीता महोत्सव के दौरान संत गोपालदास ने गाय की दुर्दशा के प्रदर्शन के लिए कार्यक्रम के बीच में गाय खड़ी कर दी थी जिसके लिए संत गोपाल दास और अन्य कई लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। आखिरकार रोहतक की अदालत में 7 साल चले मुकदमे में सोमवार संत गोपाल दास को सबूत के अभाव में बाइज्जत बरी कर दिया गया।
संत गोपाल दास ने बरी होने के बाद कहा कि वह अपना फेलियर मानते हैं कि आज भी गाय की दुर्दशा जो की तो है लेकिन वह गाय के लिए सत्ता से लड़ते रहेंगे। दूसरी तरफ सामाजिक कार्यकर्ता नवीन जय हिंद का कहना है की संत गोपाल दास को अदालत द्वारा बरी किए जाने पर खुशी है, लेकिन गाय की दुर्दशा के लिए सरकार और समाज दोनों ही जिम्मेदार हैं इस जिम्मेदारी को हर व्यक्ति को निभाना होगा, ताकि हम गाय माता को गाय माता कहने के अर्थ को पूरा कर सके। वहीं संत गोपाल दास के वकील का कहना है कि आज माननीय अदालत में संत गोपाल दास के बरी होने का फैसला सुनाया है 7 साल चले इस मुकदमे में सरकार बनाम संत गोपालदास के खिलाफ कोई सबूत पेश नहीं हो पाए हालांकि इस मामले में जो गवाहों की गवाही भी सुनी गई।
(Udaipur Kiran) / अनिल