-ग्रामीणो ने मुख्यमंत्री के प्रगति यात्रा पर उठाया सवाल
पूर्वी चंपारण,23 दिसंबर (Udaipur Kiran) । जिले के कोटवा प्रखंड के मच्छगांवा पंचायत में 2022 में बने बिहार के पहला गोबर्धन गैस प्लांट जिसका उद्घाटन मुख्यमंत्री को करना था।वह आज भी चालू होने का बाट जोह रहा है। लिहाजा ग्रामीणो इसको लेकर आक्रोश व्याप्त है।
ग्रामीण कहते है,कि जब सपना को अधूरा ही रखना था,तो इसे दिखाया ही क्यो?उल्लेखनीय है,कि करीब 50 लाख रुपये की लागत से बने इस प्लांट से 68 दलित परिवारों को लाभ मिलने का दावा किया गया था, लेकिन हकीकत इससे बिल्कुल उलट है।
मुख्यमंत्री मंगलवार को एक दिवसीय प्रगति यात्रा पर मोतिहारी पहुंचे है।जाहिर है, मच्छरगांवा के लोग अपनी उपेक्षा पर सवाल उठायेगे ही।ग्रामीणो का कहना है कि मुख्यमंत्री को दो वर्ष पूर्व ही मच्छरगांवा आना था। आगमन से पूर्व यहां युद्ध स्तर पर विकास कार्य किए गए। तालाब को सुंदर पार्क में बदला गया साथ ही बेहतरीन कार्य किये गये। लेकिन अचानक मुख्यमंत्री की यात्रा का स्थान बदला दिया गया। जिसके बाद सभी विकास कार्य ठप हो गए।ग्रामीणो ने बताया कि जिस तालाब को सौंदर्यीकरण कर पार्क में तब्दील किया जाना था, वह आज जलकुंभी से भर गया है और इसकी स्थिति बद से बदतर हो गई है।
दूसरी ओर, गोबर्धन गैस प्लांट भी अपनी उद्देश्यपूर्ति में विफल है। जिन परिवारों को इस प्लांट से लाभ मिलने का वादा किया गया था, वे आज भी इंतजार कर रहे हैं।ग्रामीणो के अनुसार मुख्यमंत्री ने ऑनलाइन उद्घाटन कर विकास का वादा तो किया, लेकिन आज तक हमारी समस्याओं का समाधान नहीं हुआ। तालाब और प्लांट का हाल देखकर लगता है कि सरकार ने हमें सिर्फ वोट बैंक समझा।
लोगो ने बताया कि पूर्व की भांति एक बार फिर मुख्यमंत्री का यह दौरा केवल दिखावा बनकर रह जाएगा?ग्रामीणो का सबसे ज्यादा आक्रोश बिहार का पहला गोवर्धन बायोगैस प्लांट चालू नही होने को लेकर है।हालांकि इस प्लांट के चालू होने से प्रतिदिन 80 यूनिट बिजली का उत्पादन होता।बायो गैस से यहां ग्रामीणो घरेलू गैस और किसानो को प्लांट से उत्पादित जैविक खाद मिलना शुरू हो जाता।ग्रामीण मोहम्मद सोनू वशिष्ठ मिश्र,प्रदीप कुमार मिश्र
नाइट गार्ड इंद्रलाल यादव ने बताया सीएम नीतीश कुमार यहां आ जाते तो यह चालू हो जाता। जो फिलहाल असंभव है।
(Udaipur Kiran) / आनंद कुमार