श्रीनगर, 23 दिसंबर (Udaipur Kiran) । पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की नेता इल्तिजा मुफ्ती ने सोमवार को कहा कि वे चाहती हैं कि सरकार जम्मू-कश्मीर में आरक्षण नीति को तर्कसंगत बनाने के अपने वादों पर काम करे।
उन्होंने कहा कि आरक्षण विरोधी प्रदर्शन में हिस्सा लेने का मतलब यह नहीं है कि पीडीपी समाज के किसी वर्ग के खिलाफ है बल्कि जनसंख्या के अनुपात के अनुसार सीटों को समान रूप से वितरित करने की आवश्यकता है।इल्तिजा ने उम्मीद जताई कि मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला समयबद्ध आश्वासन देंगे और छात्र समुदाय के व्यापक हित के लिए इस मुद्दे को संबोधित करेंगे।
इल्तिजा मुफ्ती ने श्रीनगर में आरक्षण विरोधी प्रदर्शन के दौरान संवाददाताओं से कहा कि उम्मीद है कि मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला समयबद्ध आश्वासन देंगे। हम लंबे समय से वादे सुनते आ रहे हैं लेकिन हम आरक्षण में तर्कसंगतता चाहते हैं। हम चाहते हैं कि सरकार अपने वादों पर काम करे। हम यहां कोई राजनीति करने नहीं आए हैं बल्कि छात्रों के साथ अपनी एकजुटता व्यक्त करने और आरक्षण नीति में तर्कसंगतता लाने के लिए दबाव बनाने आए हैं।
जब उनसे पूछा गया कि क्या उन्हें लगता है कि सरकार इस मामले को गंभीरता से लेगी तो उन्होंने कहा कि उन्हें अपनी बात पर अमल करना होगा। उन्होंने कहा कि सरकार ने हाल ही में एक उप-समिति का गठन किया है लेकिन हमें आज तक कोई रिपोर्ट नहीं मिली है। इस मुद्दे को समयबद्ध तरीके से हल करने की जरूरत है।
जब पूछा गया कि मामला न्यायालय में विचाराधीन है तो इल्तिजा ने कहा कि अगर मामला न्यायालय में विचाराधीन है तो क्या हमें घर बैठना चाहिए। हमें छात्रों के लिए वह करना चाहिए जो हम कर सकते हैं। जम्मू और कश्मीर की बेरोजगारी दर 37 प्रतिशत तक पहुंच गई है जबकि भर्ती परीक्षाएं रद्द की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि हम आज छात्रों के लिए यहां हैं। यह विरोध छात्रों द्वारा और छात्रों के लिए है।
पीडीपी नेता ने कहा कि जब भी हमें लगेगा कि अन्य मुद्दों पर एक साथ आने की आवश्यकता है तो हम निश्चित रूप से आएंगे जैसा कि हमने आज किया। हम अपनी युवा पीढ़ियों के भविष्य की रक्षा करना चाहते हैं और उनके भविष्य की रक्षा करना कोई मामूली मुद्दा नहीं है।
(Udaipur Kiran) / राधा पंडिता