शिमला, 23 दिसंबर (Udaipur Kiran) । मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा है कि प्रदेश सरकार ने स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम की अध्ययन अवकाश अवधि के दौरान एलोपैथिक चिकित्सकों को शत-प्रतिशत वेतन देने का निर्णय लिया है। एलोपैथिक चिकित्सकों को अध्ययन अवकाश के दौरान ऑन ड्यूटी माना जाएगा। इससे पूर्व, अध्ययन अवकाश अवधि के दौरान उन्हें कुल वेतन का 40 प्रतिशत वेतन ही दिया जाता था। उन्होंने सोमवार को ये घोषणा करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार राज्य में गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सेवाएं प्रदान करने के लिए प्रतिबद्धता से कार्य कर रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में स्नातकोत्तर चिकित्सा शिक्षा विद्यार्थी, शैक्षणिक प्रतिबद्धताओं के साथ-साथ मरीजों की चिकित्सा दायित्व में सामंजस्य स्थापित कर कार्य करते हैं। यह उनके चिकित्सा क्षेत्र में विशेषज्ञता और राज्य की स्वास्थ्य सेवा प्रणाली को गुणवत्तापूर्ण बनाने के लिए महत्वपूर्ण है।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार अध्ययन अवकाश के दौरान चिकित्सकों को पूरा वेतन प्रदान कर उनकी कार्यशाली में गुणवत्ता सुनिश्चित कर रही है ताकि लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध हों। सरकार का यह निर्णय प्रदेश में स्वास्थ्य सेवा प्रणाली को और अधिक सुदृढ़ बनाने में सहायक सिद्ध होगा।
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(Udaipur Kiran) / उज्जवल शर्मा