दो साल पूर्व गुजरात में हुआ था पहला ऑपरेशन, तब डाला गया रॉड अंदर ही टूटा मिला
गोरखपुर, 22 दिसंबर (Udaipur Kiran) । महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के तहत संचालित श्री गोरक्षनाथ मेडिकल कॉलेज हाॅस्पिटल एण्ड रिसर्च सेंटर (गोरखनाथ मेडिकल कॉलेज) के डॉक्टरों ने एक और जटिल सर्जरी को सफलतापूर्वक अंजाम दिया है। एक मरीज की दो साल से टूटी हाथ की हड्डी को जोड़कर डॉक्टरों की टीम ने उसे दर्द से निजात दिलाकर चेहरे पर मुस्कान बिखेर दी है। आयुष्मान कार्डधारी होने के कारण मरीज का रुपया भी नहीं खर्च हुआ।
महराजगंज के रविंद्र प्रसाद सिंह के हाथ की हड्डी दो साल पहले टूट गई थी। तब रविंद्र ने गुजरात में ऑपरेशन कराया था। उस समय डॉक्टरों ने ऑपरेशन के समय रॉड डाला था लेकिन दो साल बीत जाने पर भी हड्डी नहीं जुड़ पाई थी। रविंद्र के हाथ में बिलकुल बल नहीं रह गया था। उन्होंने गोरखनाथ मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर को दिखाया तो जांच में पता चला कि हड्डी के ऑपरेशन के दौरान डाला गया रॉड अंदर ही टूट गया है। गोरखनाथ मेडिकल कॉलेज में ऑर्थोपेडिक सर्जन डॉ. रोहित ऐलानी की टीम ने रविंद्र प्रसाद सिंह के हाथ की जटिल सर्जरी की और टूटा रॉड निकालकर, प्लेट से हड्डी को सफलतापूर्वक जोड़ दिया। इस सफल ऑपरेशन में एनेस्थीसिया विशेषज्ञ डॉ. नेहा पंवार, ओटी असिस्टेंट राजेश तिवारी, दीपक, अरविंद, शुभ की भी महत्वपूर्ण भूमिका रही।
(Udaipur Kiran) / प्रिंस पाण्डेय