Delhi

केजरीवाल पर मुकदमा चलाने की मंजूरी देने का आदेश सार्वजनिक करे ईडीः आआपा

अरविंद केजरीवाल

नई दिल्ली, 21 दिसंबर (Udaipur Kiran) । आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल के खिलाफ उपराज्यपाल द्वारा ईडी को मुकदमा चलाने की मंजूरी देने की खबरों पर आम आदमी पार्टी (आआपा) ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। मीडिया में इस आशय की खबरें आने के बाद मुख्यमंत्री आतिशी, आम आदमी पार्टी के नेता मनीष सिसोदिया और सांसद संजय सिंह समेत कई अन्य वरिष्ठ नेताओं ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर साझा की गई पोस्ट में ईडी को उपराज्यपाल के उस आदेश की कॉपी दिखाने की चुनौती दी है। साथ ही कहा है कि यह सिर्फ बाबा साहब आंबेडकर के अपमान के मुद्दे से दिल्ली के लोगों का ध्यान भटकाने और उन्हें गुमराह करने के लिए किया जा रहा है।

इस मामले पर दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने कहा, अगर उपराज्यपाल ने अरविंद केजरीवाल के खिलाफ मुकदमा चलाने की मंजूरी दी है, तो ईडी को मंजूरी की कॉपी सार्वजनिक करने में क्या दिक्कत है? यह खबर सिर्फ लोगों को गुमराह करने और मुद्दों से भटकाने के लिए फैलाई जा रही है। भाजपा ये साजिशें बंद करो। सच सामने लाओ।

इसी क्रम में पूर्व उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि अगर उपराज्यपाल विनय सक्सेना ने अरविंद केजरीवाल के खिलाफ मुकदमा चलाने की मंजूरी दी है, तो ईडी उस मंजूरी की कॉपी क्यों नहीं दिखा रहा है? यह साफ है कि ये खबर पूरी तरह गुमराह करने वाली है। बाबा साहब के अपमान के मुद्दे से ध्यान भटकाने के लिए जुमलेबाजी बंद करो और दिखाओ ईडी को मुकदमा चलाने के लिए दी गई मंजूरी कहां है।

सांसद संजय सिंह ने कहा कि दिल्ली के एलजी ने किसी भी प्रकार की कोई मंजूरी मुकदमा चलाने के लिए नहीं दी है। अगर ईडी को मुकदमा चलाने के लिए पत्र मिला है तो उन्हें वह पत्र सार्वजनिक करना चाहिए। उसको छिपाकर क्या साबित करना चाहते हैं। यह एक बेबुनियाद खबर है।

मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि मैं हैरान हूं कि केंद्र सरकार के अंदर इतने बड़े-बड़े वकील हैं। एलजी खुद अपने आप को समझदार आदमी बताते हैं। उन्हें यह बुनियादी जानकारी भी नहीं है कि किसी मंत्री या मुख्यमंत्री के ऊपर मुकदमा चलाने के लिए मुकदमे की स्वीकृति चाहिए। आज कह रहे हैं कि मुकदमे की स्वीकृति दी है। इसका मतलब है कि पिछले दो साल से टीवी के अंदर भाजपा खेल कर रही थी, वो सब झूठ था। यानि पहले मुकदमा चलाने की इजाजत ही नहीं थी। यह बहुत शर्मनाक है।

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(Udaipur Kiran) / कुमार अश्वनी

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