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हरियाणा की सुरुचि ने 67वें शूटिंग नेशनल्स के महिला एयर पिस्तल स्पर्धा में जीते तीन स्वर्ण पदक

हरियाणा की युवा निशानेबाज़ सुरुचि

नई दिल्ली, 20 दिसंबर (Udaipur Kiran) । हरियाणा की युवा निशानेबाज़ सुरुचि ने राष्ट्रीय राजधानी के डॉ. कर्णी सिंह शूटिंग रेंज में चल रहे 67वें राष्ट्रीय शूटिंग चैम्पियनशिप (एनएससीसी) में महिलाओं की एयर पिस्तल स्पर्धा में तीन स्वर्ण पदक जीतकर सबका ध्यान आकर्षित किया।

झज्जर के एक आर्मी वेटरन की बेटी सुरुचि, जिन्होंने पांच साल पहले उसी रेंज में शूटिंग शुरू की थी, जहां ओलंपिक कांस्य पदक विजेता मनु भाकर ने भी शुरुआत की थी, ने अपना पहला सीनियर राष्ट्रीय खिताब जीता। उन्होंने महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्तल फाइनल में 243.1 का स्कोर करके स्वर्ण पदक जीता, इसके बाद जूनियर और यूथ के खिताब भी अपने नाम किए, जिससे उनका यह राष्ट्रीय आयोजन यादगार बन गया।

इस दौरान, उन्होंने पिछले नेशनल्स में महिलाओं की एयर पिस्तल में प्राप्त रजत पदक को भी बेहतर किया।

सुरुचि ने आठ महिला निशानेबाजों के फाइनल में प्रवेश किया था, जहां उन्होंने पहले से ही क्वालिफिकेशन में 585 अंक के साथ टॉप किया था। इस फील्ड में अनुभवी निशानेबाजों की भरमार थी, जिनमें ओलंपियन रिदम सांगवान, वर्तमान एशियाई खेलों की चैंपियन पलक, भारतीय अंतरराष्ट्रीय डिव्या टी.एस. और जूनियर विश्व चैंपियन सैन्मयम जैसी निशानेबाज़ शामिल थीं।

हालांकि हरियाणा की इस निशानेबाज़ ने पूरे फाइनल के दौरान आत्मविश्वास के साथ निशानेबाज़ी की और पहले शॉट से ही प्रतियोगिता में बनी रही। 12वें शॉट के बाद जब एलिमिनेशन शुरू हुआ, तो वह और भी मजबूत होती गईं, अंतिम 12 शॉट्स में से सिर्फ तीन शॉट्स में मध्यम से उच्च 9s आए, जिससे उन्होंने रिदम को 5.7 अंक से पीछे छोड़ते हुए पहला स्थान हासिल किया। महाराष्ट्र की कृष्णाली राजपूत तीसरे स्थान पर रहीं।

हालांकि चंडीगढ़ की सैन्मयम ने जूनियर फाइनल में उन्हें कड़ी चुनौती दी, फिर भी सुरुचि ने उन्हें 3.4 अंक से पीछे छोड़ते हुए 245.1 का स्कोर किया। उनका सबसे जोरदार जीत युथ फाइनल में रही, जहां उन्होंने 245.5 का स्कोर करते हुए उत्तर प्रदेश की संस्कृत‍ि बनां को 6.3 अंक से हराया, और पलक ने कांस्य पदक जीता।

दिन की स्टार निशानेबाज सुरुचि ने अपने मैचों के बाद कहा, “यह सच में एक यादगार दिन है। यह मेरा पहला सीनियर राष्ट्रीय खिताब था और एक ही दिन में तीन स्वर्ण जीतना सच में खास है। अब आने वाले दिनों में मेरे दिमाग में सिर्फ शूटिंग ही शूटिंग है।

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(Udaipur Kiran) दुबे

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