नैनीताल, 20 दिसंबर (Udaipur Kiran) । कुमाऊं विश्वविद्यालय की ओर से राष्ट्रीय शिक्षा नीति-एनईपी के तहत पाठ्यक्रम निर्धारण के लिए एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस दौरान वक्ताओं ने शिक्षा के क्षेत्र में एक समान पाठ्यक्रम लागू करना सुधार का हिस्सा है।
शुक्रवार को कार्यशाला का उद्घाटन करते हुए संयोजक प्रो. संजय पंत ने कहा कि पूरे राज्य में एक समान पाठ्यक्रम लागू करने के लिए यह कार्यशाला आयोजित की गई है। उन्होंने इसे शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण सुधार का हिस्सा बताया।
कार्यशाला में गढ़वाल विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो. एमएमएस रावत ने कहा कि पूरे देश में एक समान पाठ्यक्रम लागू करने के प्रयास रचनात्मक हैं और इससे शैक्षणिक प्रणाली में सुधार होगा। उन्होंने एनईपी के उद्देश्यों की सराहना करते हुए इसे शिक्षा जगत में परिवर्तनकारी पहल करार दिया।
कार्यशाला में वनस्पति विज्ञान, रसायन, गणित, और राजनीति शास्त्र जैसे विषयों पर गहन चर्चा हुई और महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए।
कार्यशाला में कुमाऊं विश्वविद्यालय के प्रोफेसरों और शिक्षाविदों के साथ ही दिल्ली विश्वविद्यालय, अल्मोड़ा विश्वविद्यालय और श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालयों के प्रो. नीता बोरा शर्मा, प्रो. चित्रा पांडे, प्रो. ललित तिवारी, प्रो. सुषमा टम्टा, प्रो. नीता जोशी, प्रो. शालिनी, डॉ धनी आर्या, डॉ हर्ष चौहान, प्रो. रुबीना अमान, डॉ प्रभा पंत, प्रो. गीता तिवारी, प्रो. मिश्र, डॉ हृदेश कुमार, प्रो. पदम बिष्ट, प्रो. रजनीश पांडे, और प्रो. एमसी जोशी जैसे विशेषज्ञ प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।
(Udaipur Kiran) / डॉ. नवीन चन्द्र जोशी