हिम्मतनगर, 20 दिसंबर (Udaipur Kiran) । क्राइम इन्वेस्टिगेशन डिपार्टमेंट (सीआईडी) ने साबरकांठा जिले की हिम्मतनगर के प्रांतिज प्राथमिक स्कूल के शिक्षक और बीजेड ग्रुप के एक आफिस ब्याय काे हिरासत में लिया है। शिक्षक सरकारी स्कूल में होते हुए भी बीजेड ग्रुप के लिए काम करता था। बीजेड ग्रुप के 600 करोड़ की धोखाधड़ी मामले में दाेनाें से पूछताछ में कई खुलासे
हाे सकते हैं।
गुजरात के साबरकांठा से पकड़े गए बीजेड ग्रुप के 600 कराेड़ के घोटाले की जांच सीआईडी कर रही है। इस मामले में प्रांतिज प्राथमिक स्कूल में एक शिक्षक समेत दाे लोगों के पकड़े जाने के बाद घोटाले में अन्य महत्वपूर्ण जानकारी सामने आने की संभावना है। प्रांतिज प्राथमिक स्कूल में सरकारी शिक्षक होने के बावजूद वह बीजेड कंपनी के सीईओ भूपेन्द्र झाला के सहायक के तौर पर काम करता था। सीआईडी दोनों आरोपितों को पकड़कर गांधीनगर ले गई है। शिक्षक झाला के लिए लाइजनिंग का भी काम करता था। आरोपित शिक्षक ने कई शिक्षकों और अधिकारियों को लुभावने स्कीमों में निवेश करने को प्रेरित करता था। सीआईडी ने शिक्षक के साथ एक ऑफिस बॉय को भी हिरासत में लिया है।
यह है मामला
उत्तर गुजरात में बीजेड ग्रुप के सीईओ भूपेन्द्र झाला ने लोगों को लुभाने वाली स्कीम के जरिए लोगों से अपनी कंपनी में निवेश कराता था। बाद में वह करीब 600 करोड़ रुपये लेकर कंपनी बंद कर फरार हो गया। लुभावनी स्कीम के नाम पर झांसे में आए लोगों में अधिकतर सामान्य लोग, शिक्षक, किसान, पुलिसकर्मी और सेवानिवृत्त कर्मचारी शामिल थे। सीआईडी की जांच में पता चला कि कंपनी लोगों को 3 से 30 फीसदी तक का मासिक ब्याज देने का वादा करती थी और पांच लाख रुपये का निवेश करने पर टीवी या मोबाइल गिफ्ट में देती थी। वहीं, 10 लाख रुपये के निवेश पर गोवा ट्रिप का भी ऑफर देती थी। प्रारंभिक जांच में दो बैंक अकाउंट्स में 175 करोड़ रुपये के लेनदेन की जानकारी सामने आई है। मामले का खुलासा होने पर सीआईडी ने गांधीनगर, अरावली, साबरकांठा, महेसाणा और वडोदरा में छापा मारा था। इस दौरान एक एजेंट समेत सात लोगों को गिरफ्तार किया था, जबकि कंपनी का सीईओ भूपेंद्र सिंह झाला फरार है। झाला पर लुकआउट सर्कुलर जारी किया गया है। महज 30 साल का भूपेंद्र झाला गुजरात भाजपा का कार्यकर्ता भी बताया जा रहा है।
—————
(Udaipur Kiran) / बिनोद पाण्डेय