– गड्ढे में दबाकर रखे हुए नाखून, सिंग, खाल, खोपड़ी जब्त
– सुअर को मारने जिस पोटाश बम का हुआ था उपयोग उससे हाथी हुआ था घायल
धमतरी, 19 दिसंबर (Udaipur Kiran) । पोटाश बम की वजह से जख्मी हाथी के शावक की मौत के बाद वन विभाग द्वारा लगातार आरोपितों को ढूंढा जा रहा था। विभाग की कार्रवाई में पकड़े गए आरोपितों से गहन पूछताछ की गई।
मिली जानकारी पर सोमवार को नगरी के भट्टी चौक निवासी प्रकाश नेताम के घर और बाड़ी में गड्ढा खोदकर रखी गई पोटाश बम और बम बनाने में उपयोग होने वाले केमिकल सहित बड़ी मात्रा में भालू और अन्य वन्य प्राणियों के खाल, नाखून और अन्य अवशेष को बरामद किया गया।
एक सहयोगी सागर नेताम के घर और बाड़ी से चिड़िया मारने के फंदे, एक नग बम और चीतल के सिंग, बंदर की खोपड़ी और अन्य शिकार की सामग्रियां बरामद की गई।
जानकारी के अनुसार क्षेत्र में जंगली सूअर का शिकार पोटाश बम से लंबे समय से किया जा रहा है। फार्म हाउस में शिकार किए गए जंगली सूअर का मांस ऊंचे दामों में बेचा जाता है, नगरी सांकरा रोड में आरोपित का सूअर फार्म हाउस भी है। इन आरोपियों से कड़ाई से पूछताछ किए जाने पर इसके पहले हुए कई शिकार के मामलों का खुलासा होने की संभावना है।
वनपरिक्षेत्रीय अधिकारी सीता नदी टाइगर रिजर्व से मिली जानकारी के अनुसार, घटना में संलिप्त आरोपित प्रकाश नेताम प्रकरण के मुख्य आरोपित टीकमचंद और जौतराम फरसगांव को डेढ़ से दो महापूर्व जंगली सूअर के शिकार करने के लिए पांच नग जिंदा पोटाश बम अपने सूअर फार्म नगरी में मुहैया कराया था। मुहैया कराए गए पोटाश बम से एक जंगली सूअर का शिकार किया गया। जंगली सूअर के शिकार करने के लिए लगाए गए दूसरे पोटाश बम से जंगली हाथी का शावक घायल हुआ। सात दिसंबर को हाथी के घायल शावक की मौत हो गई।
इसके बाद वन विभाग और पुलिस विभाग की संयुक्त छापामारी कार्रवाई में प्रकाश नेताम और सागर नेताम नगरी निवासी के घर एवं बाड़ी की तलाशी में प्रकाश नेताम घर व बाड़ी में 55 नग जिंदा पोटाश बम, 86 नाग भालू के नाखून, दो नग सियार का खाल, एक नाग भेड़िया खाल, पैंगोलिन स्केल एवं अन्य वन्य प्राणी अवशेष, पोटाश बम बनाने का केमिकल, पाउडर एवं अन्य सामग्री जब्त किया गया। इसी प्रकार सागर नेताम के घर एवं बाड़ी में चिड़िया मारने का फंदा ,चीतल के सिंग, जब्त किया गया। आरोपितों के विरुद्ध वन्य जीव संरक्षण अधिनियम के तहत गिरफ्तारी कर आरोपितों को जेल भेज दिया गया है।
(Udaipur Kiran) / रोशन सिन्हा