जोधपुर, 19 दिसम्बर (Udaipur Kiran) । वॉन विलेब्रांड एवं थैलेसीमिया पिड़ीत रोगी की ओस्टीयोकोन्ड्रल ओटोलोगस ट्रांसफर सिस्टम (मोजेकप्लास्टी तकनीक) से घुटने का सफल ईलाज एमडीएम अस्पताल में किया गया है।
सालावास निवासी 16 वर्षीय रीतू पुत्री हेमराराम गहलोत को दाएं घुटने में 2 वर्ष से दर्द, सूजन आना दाएं पैर में वजन नहीं आना, चलने फिरने में असमर्थ, मरीज को जन्म से ही थैलेसीमिया रोग है तथा वॉन विलेबांड रोग है जिसकी वजह से खून की अत्यधिक कमी रहती है तथा जोड़ो में रक्त स्त्राव होता रहता है तथा पिछले एक वर्ष में घुटने का दर्द लगातार बढ रहा है तथा मरीज दायां पैर जमीन पर रखकर चलने में असमर्थ थी।
मरीज का एक्स-रे तथा दाएं घुटने का एमआरआई करवाने पर पता चला कि मरीज के घुटने की हड्डी तथा कार्टीलेज खराब हो रही है। मरीज हिमेंटोलोजी विभाग के डॉ गोविन्द पटेल से थैलेसीमिया तथा वॉन विलेब्रांड रोग के लिए इलाज ले रहे है।
ऑपरेशन:-मरीज की एमआरआई जांच तथा एक्स रे में पाया गया कि घुटने की हड्डी तथा कार्टीलेज खराब हो चुकी है तथा घुटने में लगातार रक्त स्त्राव हो रहा है। समस्त जांचो के पश्चात मरीज को डॉ रामाकिशन चौधरी यूनिट हैड एफ ऑर्थोपेडिक्स में भर्ती कर ऑपरेशन के लिए प्लान किया। ऑपरेशन के दौरान घुटने की खराब हड्डी तथा कार्टीलेज के हिस्से को हटा कर स्वंय मरीज के ही स्वस्थ घुटने के हिस्से को ट्रांसप्लांट किया गया। ऑपरेशन के दौरान 6 यूनिट प्लाज्मा, 2 यूनिट रक्त मरीज को दिया गया। नवीनतम तकनीक मथुरादास माथुर चिकित्सालय में निशुल्क उपलब्ध है।
ऑपरेशन की टीम :
अस्थि रोग विभाग-डॉ रामाकिशन चौधरी यूनिट हैड एफ, डॉ अभिनव सिंर्हं, डॉ. कुलदीपसिंह, डॉ दुर्गाराम (एसआर), डॉ. सांवरमल, डॉ महेश ओला, डॉ विकास खट्टा निश्चेतना टीम- डॉ वंदना शर्मा, डॉ रमेश खत्री, , डॉ सुरेश, डॉ नरेन्द्र, डॉ दामोदर , डॉ मनीषा, डॉ अनिरूद्ध शामिल थे।
नर्सिंग ऑफिसर अजन्ता विश्नोई इंचार्ज, वल्सम्मा, बिदामी, विजय, भूपेश, रामचन्द्र पालीवाल, भंवरलाल प्रजापत, पुष्पा अरोड़ा, तेजाराम, अभिषेक, अशोक सोनी, सुमन, धन्नीदेवी शामिल रहे।
आपरेशन के सफल होने पर डॉ एस.एन. मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य एवं नियंत्रक डॉ. बी.एस. जोधा , अधीक्षक डॉ गणपत सिंह चौधरी तथा विभागाध्यक्ष डॉ. किशोर रायचंदानी ने ऑपरेशन टीम को बधाई दी।
(Udaipur Kiran) / सतीश