—प्रोजेक्ट के तहत वाराणसी में 06, गाजीपुर में 05 डाल्फिन मित्रों का चयन
वाराणसी, 18 दिसम्बर (Udaipur Kiran) । गंगा नदी में डॉल्फिन के सरंक्षण के लिए वन विभाग ने वाराणसी व गाजीपुर जनपद को चिन्हित किया है। पर्यावरण वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के सहयोग से प्रदेश में डॉल्फिन के संरक्षण के लिए डॉल्फिन मित्र कार्यक्रम की घोषणा वन विभाग ने की है। इस कार्यक्रम में नाविक, मछुआरे एवं विद्यार्थी जैसे हितधारक समय-समय पर नदी में मौजूद रहते हैं। तथा डॉल्फिन के प्रवास स्थानों पर नजर रखते हैं। शीतकाल में बड़ी संख्या में नदी में मछली पकड़ने लोग आते है। ऐसे में इनकी निगरानी में डॉल्फिन मित्र सतर्क रहते है। वन संरक्षक एवं क्षेत्रीय निदेशक वाराणसी वृत्त डॉ रवि कुमार सिंह ने बताया कि वाराणसी में 06,गाजीपुर में 05 डाल्फिन मित्र चयनित किए गए है। जिनका मुख्य कार्य वाराणसी व गाजीपुर जनपदों में गंगा नदी में निरन्तर निगरानी रख डॉल्फिन को संरक्षित रखना है। और आमजन को गंगा डॉल्फिन के विषय में जागरूक करना है। डॉ रवि सिंह ने बताया कि प्रोजेक्ट डॉल्फिन भारत में गंगा व उसकी सहायक नदियों में डॉल्फिन के संरक्षण के लिए शुरू किया गया एक वन्यजीव संरक्षण योजना है। मंत्रालय ने वर्ष 2021 में इसे शुरू किया था।
बताते चले अन्तर्राष्ट्रीय प्रकृति संरक्षण संघ ने गंगा डॉल्फिन को विलुप्तप्राय प्रजाति घोषित किया है। डॉल्फिन के संरक्षण के लिए भारतीय वन्य जीव संरक्षण अधिनियम- 1972 के तहत डॉल्फिन को संरक्षित जलीय जीव घोषित किया गया है । वन एवं पर्यावरण मंत्रालय ने इसके संरक्षण के उद्देश्य से ही इसे राष्ट्रीय जलीय जीव 05 अक्टूबर 2022 को घोषित किया था। वर्ष-2022 मंत्रालय हर साल 05 अक्टूबर को राष्ट्रीय डॉल्फिन दिवस के रूप में मनाता है।
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(Udaipur Kiran) / श्रीधर त्रिपाठी