जम्मू, 18 दिसंबर (Udaipur Kiran) । जम्मू और कश्मीर प्रदेश कांग्रेस कमेटी (जेकेपीसीसी) ने बुधवार को श्रीनगर में विरोध प्रदर्शन किया जिसमें अडानी और अन्य ज्वलंत मुद्दों पर भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार से जवाबदेही की मांग की गई। प्रदर्शन में मणिपुर में बिगड़ती स्थिति पर भी चर्चा की गई और डॉ. बी.आर. अंबेडकर के बारे में गृह मंत्री द्वारा हाल ही में की गई टिप्पणियों पर ऐतराज जताया गया।
प्रदर्शनकारियों ने जम्मू और कश्मीर पावर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड (जेकेपीडीसीएल) की परियोजनाओं में अनियमितताओं सहित अडानी समूह से जुड़े मामलों में घोटालों का आरोप लगाया। उन्होंने केंद्र सरकार पर जन कल्याण पर कॉर्पोरेट हितों को प्राथमिकता देने का आरोप लगाया और सच्चाई को उजागर करने के लिए संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से जांच की मांग की।
हालाँकि अधिकारियों ने कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं को राजभवन तक मार्च करने से रोक दिया और उन्हें पार्टी मुख्यालय तक ही सीमित रखा। जेकेपीसीसी के महासचिव आबिद कश्मीरी ने तीखी आलोचना करते हुए कहा जेकेपीडीसीएल परियोजनाओं में अनियमितताओं सहित विभिन्न घोटालों में अडानी समूह की संलिप्तता, इस सरकार द्वारा पोषित क्रोनी पूंजीवाद का एक ज्वलंत उदाहरण है। जम्मू-कश्मीर के लोग जवाब चाहते हैं। वहीं डॉ. वलीद कर्रा ने कहा यह सरकार बार-बार लोकतांत्रिक सिद्धांतों को बनाए रखने में विफल रही है। अडानी घोटाला उनके भ्रष्टाचार का उदाहरण है जबकि मणिपुर में संकटों को दूर करने में उनकी अक्षमता और डॉ. अंबेडकर जैसे राष्ट्रीय प्रतीकों के प्रति उनका अनादर उनकी गलत प्राथमिकताओं को दर्शाता है।
(Udaipur Kiran) / राहुल शर्मा