लखनऊ, 18 दिसम्बर (Udaipur Kiran) । लखनऊ में डा. अली शब्बर रिज़वी मरहूम की मजलिस को फ़खरे मिल्लत करते हुए मौलाना डा. यासूब अब्बास ने पैग़म्बर ए इस्लाम के बारे में बताया। मौलाना डा.यासूब ने लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा कि पैग़म्बर ए इस्लाम ने फ़रमाया है कि मैं इल्म का शहर हूँ और अली उसके दरवाज़ा। लिहाज़ा जिसको इल्म हासिल करना हो वह अली के दर तक आये।
मौलाना अब्बास ने मरहूम डा. अली शब्बर रिज़वी की इल्मी, दीनी और समाज के सेवाओं का ज़िक्र किया। इसी दौरान जनाबे अली अकबर के मसाएब का ज़िक्र करते हुए मौलाना अब्बास को सुनकर लोग रोने लगे। मजलिस से पहले शायरे अहलेबैत शकील संदीलवी, प्रिंस इक़बाल मिर्ज़ा, मोजिज़ लखनवी ने बारगाहे इमाम में नज़रान-ए-अक़ीदत पेश किया। सै. हसन रज़ा रिज़वी ने सोज़ो सलाम पेश किया और अन्त में मरहूम के पुत्र डा. सै. सरताज़ शब्बर रिज़वी अर्शी ने मजलिस में आये सभी लोगों का शुक्रिया अदा किया।
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(Udaipur Kiran) / श.चन्द्र