Uttrakhand

विश्व आयुर्वेद कांग्रेस: देहरादून में 1,275 करोड़ रुपये के व्यापारिक सौदे, आयुर्वेद की वैश्विक मांग में बढ़ोतरी

 (Udaipur Kiran) ।

देहरादून, 18 दिसंबर (Udaipur Kiran) । देहरादून में 12 से 15 दिसंबर तक आयोजित 10वें विश्व आयुर्वेद कांग्रेस (डब्ल्यूएसी 2024) और आरोग्य एक्सपो ने 1,275 करोड़ रुपये (150 मिलियन अमरीकी डॉलर) के व्यापारिक सौदों का नया रिकॉर्ड स्थापित किया। इस आयोजन ने आयुर्वेदिक दवाओं और स्वास्थ्य उत्पादों की बढ़ती वैश्विक मांग को रेखांकित किया।

आयुष निर्यात संवर्धन परिषद (आयुषेक्सिल) द्वारा आयोजित 3200 बी2बी बैठकों में 30 देशों के 142 खरीदार शामिल हुए, जिससे इस द्विवार्षिक सम्मेलन ने पिछले सभी कारोबारी रिकॉर्ड तोड़ दिए।

कार्यक्रम का आयोजन विश्व आयुर्वेद फाउंडेशन (डब्ल्यूएएफ) द्वारा आयुष मंत्रालय, भारत सरकार, उत्तराखंड सरकार और अन्य राज्य सरकारों के सहयोग से किया गया। इस वर्ष का मुख्य विषय ‘डिजिटल स्वास्थ्य: आयुर्वेद का दृष्टिकोण’ रहा।

डब्ल्यूएसी 2024 में कुल 10,321 प्रतिनिधियों ने भाग लिया, जिनमें 58 देशों के 352 विदेशी प्रतिनिधि शामिल थे। आयोजन के दौरान 172 सत्र आयोजित किए गए, जिनमें आयुर्वेद को वैश्विक स्वास्थ्य समाधान के रूप में बढ़ावा देने के लिए योजनाबद्ध चर्चा की गई।

आयोजन में 27 देशों के प्रतिनिधियों ने अपने-अपने देशों में आयुर्वेद की स्थिति पर रिपोर्ट प्रस्तुत की। इस दौरान आयुर्वेद की अंतर्राष्ट्रीय वापसी को गति देने के लिए एक अंतरराष्ट्रीय संघ बनाने की पहल की गई।

कार्यक्रम में भारत के बाहर किसी आयुर्वेद संस्थान के लिए पहली बार यूरोप आयुर्वेद अकादमी एसोसिएशन को मान्यता प्रदान की गई। आयुष चेयर पैनल चर्चा में थाईलैंड, मॉरीशस, लातविया, रूस के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।

एक लाख वर्ग फीट क्षेत्र में आयोजित आरोग्य एक्सपो में प्रमुख आयुर्वेदिक संस्थानों के उत्पादों और सेवाओं को प्रदर्शित किया गया, जिसमें लगभग डेढ लाख लोगों ने भाग लिया। कार्यक्रम के दौरान आयुष क्लीनिक में प्रमुख चिकित्सकों ने निःशुल्क सेवा प्रदान की, 4000 से अधिक लोगों ने नैदानिक परामर्श प्राप्त किया।

चार दिवसीय बैठक के अन्य मुख्य आकर्षणों में उद्योग सम्मेलन (इंडस्ट्री कान्क्लेव-इन्वेस्ट इंडिया, एनसीआईएम कान्क्लेव, पारंपरिक चिकित्सकों की बैठक, अंतर्राष्ट्रीय औषधीय पौधों की संगोष्ठी (इंटरनेशनल मेडिसिनल प्लांट सेमीनार), पशु चिकित्सा आयुर्वेद के अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन (इंटरनेशनल कान्कलेव्स ऑफ वेटेनरी आयुर्वेद), वृक्ष आयुर्वेद और आयुर्वेद फिल्म महोत्सव शामिल थे।

सम्मेलन में विज्ञान और प्रौद्योगिकी के विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञ भी एकत्रित हुए, जिन्होंने गंभीर स्वास्थ्य और पर्यावरणीय चुनौतियों से जूझ रही दुनिया में एक समग्र और स्थायी स्वास्थ्य सेवा पारिस्थितिकी तंत्र बनाने में आयुर्वेद की बढ़ती हिस्सेदारी पर विचार-विमर्श किया।

(Udaipur Kiran) / कमलेश्वर शरण

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