हल्द्वानी, 18 दिसंबर (Udaipur Kiran) । महिला एवं बाल विकास विभाग नैनीताल की ओर से बुधवार को बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत एक महत्वपूर्ण कार्यशाला आयोजित की गई। कार्यशाला का उद्देश्य बालिकाओं द्वारा असुरक्षित स्थानों के चिन्हीकरण को लेकर जागरूकता बढ़ाना था। कार्यशाला में जिले के विभिन्न विभागों के अधिकारियों, स्वास्थ्य, शिक्षा और परिवीक्षा विभाग से आए प्रतिनिधियों ने बालिकाओं से उनकी सुरक्षा संबंधी समस्याओं पर चर्चा की।कार्यशाला में डिप्टी कलक्टर नैनीताल ऋचा सिंह ने बालिकाओं से संवाद करते हुए उन्हें असुरक्षित महसूस करने वाले स्थानों के बारे में पूछा। साथ ही उन्होंने अपना संपर्क नंबर भी दिया ताकि बालिकाएं अपनी समस्याओं को बिना किसी डर के साझा कर सकें। उन्होंने बताया कि पिछले कार्यशालाओं में चिन्हित किए गए असुरक्षित स्थानों पर संबंधित विभागों द्वारा लगातार कार्रवाई की जा रही है। कार्यशाला के दौरान बाल विकास अधिकारी शिल्पा जोशी ने बाल विवाह, घरेलू हिंसा और हेल्पलाइन नंबर की जानकारी दी। बालिकाओं ने चिन्हित किए गए असुरक्षित स्थानों के बारे में बताया, जिनमें शराब और ड्रग्स की बिक्री, लड़कों का झुंड बनाकर लड़कियों को परेशान करना, सुनसान स्थानों पर पीछा करना और स्ट्रीट लाइट की कमी जैसी समस्याएं शामिल थीं। बालिकाओं ने कई सुझाव भी दिए, जैसे शराब की दुकानों और ढाबों का निरीक्षण, बाइक और गाड़ियों की तेज़ रफ्तार पर कार्रवाई, सेल्फ डिफेंस ट्रेनिंग, सीसीटीवी कैमरे लगवाना, चिन्हित स्थानों पर पुलिस पेट्रोलिंग और गलियों में स्ट्रीट लाइट्स का निर्माण। समिति द्वारा चिन्हित स्थानों और कारणों के बारे में जिलाधिकारी को रिपोर्ट प्रस्तुत की जाएगी, जिससे संबंधित विभागों को कार्रवाई के लिए निर्देशित किया जाएगा। कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य एक सुरक्षित और भय मुक्त वातावरण तैयार करना है, ताकि बालिकाएं बिना किसी डर के आ-जा सकें और उन्हें कहीं भी असुरक्षा का अनुभव न हो। कार्यक्रम में कॉलेज की शिक्षिकाएं, बालिकाएं, बाल विकास सुपरवाइजर प्रियंका आर्या और प्रोबेशन कार्यालय से काउंसलर तबस्सुम भी उपस्थित थीं।
(Udaipur Kiran) / अनुपम गुप्ता