कोलकाता, 18 दिसंबर (Udaipur Kiran) । पश्चिम बंगाल में बांग्लादेशी घुसपैठियों को फर्जी भारतीय दस्तावेज, जिनमें पासपोर्ट भी शामिल हैं, मुहैया कराने वाले रैकेट का खुलासा हुआ है। इस मामले में पोस्ट ऑफिस पासपोर्ट सेवा केंद्र (पीओपीएसके) के एक और संविदाकर्मी को गिरफ्तार किया गया है। इसके साथ ही इस मामले में पोस्ट ऑफिस से जुड़े तीन लोगों की गिरफ्तारी पिछले तीन दिनों में हो चुकी है।
बुधवार दोपहर पुलिस ने बताया कि दिपांकर दास नाम के एक और शख्स को मंगलवार रात कोलकाता के बाहरी इलाके बेहाला में उनके घर से गिरफ्तार किया गया। उनके पास से फर्जी पहचान पत्र बनाने वाले कई उपकरण बरामद हुए हैं।
पिछले 72 घंटों में इस मामले में अब तक कुल पांच गिरफ्तारियां हो चुकी हैं। इनमें से तीन आरोपित पोस्टल विभाग के पीओपीएसके से जुड़े संविदाकर्मी हैं, जिनमें तारकनाथ सेन और दीपक मंडल शामिल हैं।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, दास के पास से दो प्रमुख सरकारी बैंकों के फर्जी दस्तावेज, 36 भारतीय पासपोर्ट और एक यूरोपीय देश के वीज़ा की फोटोकॉपी बरामद हुई है।
पूछताछ के दौरान दास ने स्वीकार किया कि वह मुख्य रूप से फर्जी दस्तावेज बनाने का काम करता था। उसने बताया कि उसे इस रैकेट में शामिल करने वाला आरोपित समरेश बिस्वास है, जिसे 15 दिसंबर को गिरफ्तार किया गया था।
इस घोटाले में अब तक 73 बांग्लादेशी नागरिकों की पहचान की गई है, जिन्हें फर्जी भारतीय पासपोर्ट दिए गए। इनमें से कुछ वर्तमान में पश्चिम बंगाल में रह रहे हैं।
पुलिस और खुफिया एजेंसियां इस घोटाले में अन्य पीओपीएसके कर्मचारियों और डाक विभाग के स्थायी कर्मियों की संलिप्तता की जांच कर रही हैं। बताया जा रहा है कि ये कर्मचारी मोटी रकम के बदले रैकेट को सहायता प्रदान कर रहे थे।
(Udaipur Kiran) / ओम पराशर