जयपुर, 17 दिसंबर (Udaipur Kiran) । एसओजी ने एसआई भर्ती परीक्षा 2021 में पेपर लीक सहित अन्य माध्यमों से परीक्षा पास करने के मामले में कनिष्ट अभियंता को गिरफ्तार किया है। आरोपी ने एसआई भर्ती परीक्षा पास कर ली थी और उसे 59वीं रैंक मिली थी। आरोपी वर्तमान में सार्वजनिक निर्माण विभाग बारां में कनिष्ट अभियंता के पद पर कार्यरत है। आरोपी को उसके पिता ने पेपर लीक गिरोह से पेपर लाकर दिया था।
एटीएस एवं एसओजी एडीजी वी के सिंह ने बताया कि एसओजी द्वारा उप-निरीक्षक संयुक्त प्रतियोगी परीक्षा-2021 के सम्बन्ध में दर्ज प्रकरण में 30 वर्षीय सिद्धार्थ यादव निवासी कुमावत कॉलोनी खातीपुरा रोड़ झोटवाड़ा जयपुर (चयनित उप निरीक्षक – रैंक 59) हाल पदस्थापित कनिष्ठ अभियन्ता, (विद्युत) सार्वजनिक निर्माण विभाग, बांरा को सोमवार को गिरफ्तार किया गया है। जिसको न्यायालय में पेष किया गया। जिसका बीस दिसम्बर तक पीसी रिमांड स्वीकृत किया गया है। गिरफ्तार राजेन्द्र कुमार यादव मेजर दिग्विजय सिंह राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, खातीपुरा, जयपुर में वर्ष 2001 से अध्यापक के पद पर कार्यरत था। राजेन्द्र कुमार यादव शुरू में 20 अगस्त 2011 से परीक्षा सह प्रभारी एवं बाद में वर्ष 2022 से परीक्षा प्रभारी का काम देखता था। राजेन्द्र कुमार यादव का जानकार व्यक्ति राजेश खण्डेलवाल है। जो कि रविन्द्र बाल भारती सीनियर सैकण्डरी स्कूल शांति नगर हसनपुरा जयपुर में अकाउंटेंट है। यूनिक भाम्बू उर्फ पंकज चौधरी, शिवरतन मोट, राजेश खंडेलवाल ने मिलकर उप निरीक्षक भर्ती परीक्षा 2021 का पेपर लीक किया। राजेन्द्र कुमार यादव ने अपने गैंग के सदस्यों यूनिक भाम्बू उर्फ पंकज चौधरी, जगदीश विश्नोई एवं शिवरत्न मोट से मिलीभगत कर अपने बेटे सिद्धार्थ यादव को उप निरीक्षक भर्ती परीक्षा 2021 का सॉल्वड पेपर उसकी परीक्षा का पेपर पूर्व में पढ़ाया। उक्त प्रकरण में सिद्धार्थ यादव चयनित उप निरीक्षक के पिता राजेन्द्र कुमार यादव, जगदीश विश्नोई एवं शिवरत्न मोट एवं राजेश खण्डेलवाल को एसओजी द्वारा पूर्व में गिरफ्तार किया जा चुका है । जो वर्तमान में न्यायिक हिरासत में चल रहे हैं। राजेन्द्र कुमार यादव के पुत्र सिद्धार्थ यादव उक्त परीक्षा में परीक्षा पूर्व लीक सॉल्वड पेपर पढ़कर गलत तरीके से उप निरीक्षक भर्ती परीक्षा 2021 में मेरिट संख्या 59 पर चयनित हो गया। चूंकि राजेन्द्र कुमार यादव को यह भली भांति ज्ञात था कि उसका पुत्र सिद्धार्थ यादव गलत तरीके से उप निरीक्षक भर्ती परीक्षा 2021 में चयनित हुआ है। इसलिए उसने अपने पुत्र सिद्धार्थ यादव को उप निरीक्षक के पद पर आरपीए में ज्वाइन नहीं करने दिया तथा सिद्धार्थ यादव अपने पूर्व की राजकीय सेवा कनिष्ठ अभियन्ता पर कार्य करता रहा। जब एसओजी द्वारा उक्त प्रकरण में जांच प्रारम्भ की गई। राजेन्द्र कुमार यादव को एसओजी द्वारा गिरफ्तार किया गया तब सिद्धार्थ यादव फरार हो गया तथा अपनी गिरफ्तारी से बचता हुआ फिर रहा था। सिद्धार्थ यादव वर्तमान में कनिष्ठ अभियन्ता(विद्युत) सार्वजनिक निर्माण विभाग, बारां के पद पर पदस्थापित था जिसको सोमवार को एसओजी टीम कोटा द्वारा उसके पदस्थापन स्थल से दस्तयाब किया गया। सिद्धार्थ यादव को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से 20 दिसम्बर तक उसे रिमांड पर सौंप दिया गया।
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(Udaipur Kiran)