जयपुर, 17 दिसंबर (Udaipur Kiran) । मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि संशोधित पीकेसी परियोजना पर एमओए के चलते आज का दिन सुनहरे अक्षरों में लिखा जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य में डबल इंजन की सरकार आमजन की हर आकांक्षा को पूरा करने एवं राज्य को प्रगति पथ पर तेजी से आगे ले जाने के लिए पूरी लगन एवं गम्भीरता के साथ कार्य कर रही है।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा मंगलवार को प्रदेश सरकार का एक वर्ष पूरा होने पर आयोजित राज्य स्तरीय समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि राजस्थान विकसित होगा, तो भारत भी तेजी से विकसित होगा। आने वाले वर्षों में डबल इंजन की सरकार और तेज गति से काम करते हुए राजस्थान के विकास के लिए कोई कोर कसर बाकी नहीं छोड़ेगी। मुख्यमंत्री ने पीकेसी परियोजना के एमओए पर कार्यक्रम में मौजूद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री सी.आर.पाटिल और मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का आभार प्रकट किया।
सवा तीन करोड़ लोगों को मिलेगा पीने का पानी
शर्मा ने कहा कि इस महत्वाकांक्षी परियोजना से राजस्थान के 21 जिलों में रहने वाले लगभग सवा तीन करोड़ लोगों को सुलभ पेयजल की उपलब्धता के साथ साथ लगभग ढाई लाख़ हैक्टयर नये क्षेत्र में सिंचाई तथा लगभग डेढ़ लाख हैक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई के लिए अतिरिक्त पानी की व्यवस्था हो सकेगी। साथ ही इन जिलों में स्थापित होने वाले उद्योगों को भी आवश्यकता के अनुरूप पानी मिल सकेगा।
एक लाख करोड़ रुपये से अधिक के विकास कार्यों का मार्ग प्रशस्त
मख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में आज एक ही दिन में एक लाख करोड़ रुपये से अधिक के विभिन्न विकास कार्यों का मार्ग प्रशस्त हुआ है। इसमें 46 हजार करोड़ रुपये से अधिक की योजनाओं का शिलान्यास एवं लोकार्पण हुआ है एवं लगभग 58 हजार करोड़ रुपये के विभिन्न विकास कार्यों के टेण्डर जारी हुए हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री की प्रेरणा से कर्मभूमि से मातृभूमि कार्यक्रम के तहत राजस्थान के लगभग 45 हजार गांवों में भूजल पुनर्भरण हेतु रिचार्ज वैल बनाने के महत्वपूर्ण कार्यक्रम की शुरुआत भी हुई है। मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान के तहत एक लाख से अधिक कार्यो को सरकार बनते ही शुरू कराया।
दो लाख सरकारी भर्तियों पर हुआ काम
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने अपने पहले ही साल में युवा, किसान, महिलाओं एवं गरीबों के लिए कल्याणकारी कार्य किये हैं। लगभग 43 हजार युवाओं को पिछले एक वर्ष में सरकारी नौकरी दी गई है। हमारी सरकार लगभग 1 लाख 29 हजार सरकारी नौकरियों की प्रक्रिया पर तेजी से बढ़ रही है और लगभग 27 हजार भर्तियों की प्रक्रिया शीघ्र शुरू की जा रही है। इस प्रकार राज्य सरकार दो लाख भर्तियों पर काम कर राज्य के युवाओं के भविष्य को बेहतर बनाने के लिए पूरी गंभीरता से काम कर रही है।
किसानों को 5600 करोड़ रुपये की राशि हस्तांतरित
शर्मा ने कहा कि हमारी सरकार ने 70 लाख से अधिक किसानों को लगभग 5 हजार 6 सौ करोड़ रुपये की राशि सीधे ही उनके खातों में हस्तान्तरित की है। पशुपालक किसानों के लिए मुख्यमंत्री मंगला पशु बीमा योजना एवं मोबाइल पशु चिकित्सा युनिटों की शुरुआत की गई है। उन्होंने कहा कि मातृवंदन योजना के तहत पहले साल में ही साढ़े चार लाख महिलाओं को सहायता देने के साथ, एक हजार नये आंगनबाड़ी केन्द्र खोलने, आंगनबा़डी केन्द्रों पर दूध वितरण के लिए अमृत आहार योजना तथा बेटियों के उज्ज्वल भविष्य को सुनिश्चित करने के लिए लाडो प्रोत्साहन योजना शुरू की गई हैं। मुख्यमंत्री ने हाल ही में राज्य के ग्रामीण इलाकों में रह रहे जरूरतमंद लोगों के लिए 3 लाख 41 हजार घरों की स्वीकृति के लिए प्रधानमंत्री मोदी का धन्यवाद भी ज्ञापित किया।
10 लाख परिवारों को नल कनेक्शन, एक हजार गांवों को सड़कों से जोड़ा
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने अपने पहले साल में ही 10 लाख परिवारों को पेयजल कनेक्शन और दूर-दराज के एक हजार गांवों को नई सड़कों से जोड़ा है। उन्होंने प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के चौथे फेज के अन्तर्गत प्रदेश के 1 हजार 700 गांवों, ढाणियों एवं मजरों को पक्की सड़क से जोड़ने के लिए प्रधानमंत्री का आभार व्यक्त किया।
इस समारोह में प्रधानमंत्री मोदी ने 46 हजार 365 करोड़ रुपए की परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया।
इन परियोजनाओं का हुआ शिलान्यास-
– 9416 करोड़ की लागत से कूल नदी पर रामगढ़ बैराज, पार्बती नदी पर महलपुर बैराज एवं चम्बल नदी पर जलसेतु (एक्वाडक्ट) सहित नवनेरा बैराज से बीसलपुर बांध तथा ईसरदा बांध में जल अपवर्तन तंत्र निर्माण।
– 676 करोड़ रुपए की लागत से धौलपुर से भरतपुर-डीग-कुम्हेर-नगर-कामां और पहाड़ी तक पेयजल ट्रांसमिशन एवं चंबल- धौलपुर-भरतपुर रेट्रोफिटिंग का कार्य।
– 2,522 करोड़ रुपए की लागत से सरकारी कार्यालय भवनों पर रूफटॉप सोलर संयत्रों की स्थापना।
– 1,200 करोड़ रुपए की लागत से पूगल (बीकानेर) में आरवीयूएनएल के 2000 मेगावाट सोलर पार्क का विकास
– 590 करोड़ रुपए की लागत से एक हजार मेगावॉट पूगल सोलर पार्क फेज प्रथम।
– 588 करोड़ रुपए की लागत से एक हजार मेगावॉट पूगल सोलर पार्क फेज द्वितीय।
– 1382 करोड़ रुपए की लागत से भड़ला -3 और बीकानेर -3 कॉम्पलेक्स के इन्टरकनेक्शन के लिए ट्रांसमिशन सिस्टम हेतु प्रसारण तंत्र का सदृढीकरण।
– 13028 करोड़ रुपए की लागत से पावरग्रिड के राजस्थान रिन्यूएबल एनर्जी जोन से बिजली निकासी के लिये प्रसारण तंत्र हेतु विभिन्न फेज के 5 कार्य।
– 5922 करोड़ रुपए की लागत से लूनी-समदड़ी-भीलड़ी रेलमार्ग, अजमेर-चंदेरिया (चित्तौडगढ़) रेलमार्ग एवं जयपुर-सवाई माधोपुर रेलमार्ग के दोहरीकरण का कार्य।
इन परियोजनाओं का लोकार्पण –
-1069 करोड़ रुपए की लागत से कालीसिंध नदी पर निर्मित नवनेरा बैराज।
– 764 करोड़ रुपए की लागत से स्मार्ट विद्युत ट्रांसमिशन नेटवर्क एवं असेट मैनेजमेन्ट सिस्टम का कार्यान्वयन
– 5,039 करोड़ रुपए की लागत से पावरग्रिड के सोलर एनर्जी जोन से बिजली निकासी के लिये प्रसारण तंत्र सुदृढ़ीकरण के फेज-2 के 3 कार्य।
– 1420 करोड़ रुपए की लागत से 8-लेन दिल्ली-वडोदरा ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसव के मेज नदी-एसएच-37 ए जंक्शन (पैकेज 12) खण्ड का लोकार्पण।
-1308 करोड़ रुपए की लागत से 4-लेन जोधपुर रिंग रोड डांगियावास-जाजीवाल (पैकेज-1) खण्ड का लोकार्पण।
– 839 करोड़ रुपए की लागत से 6-लेन अमृतसर-जामनगर ग्रीनफील्ड इकोनॉमिक कॉरिडोर देवगढ़-राजस्थान/गुजरात सीमा (पैकेज 8) खण्ड का लोकार्पण।
-602 करोड़ रुपए की लागत से भीलड़ी- समदड़ी- लूनी-जोधपुर-मेड़ता रोड-डेगाना-रतनगढ़ रेलमार्ग के विद्युतीकरण कार्य।
इस अवसर पर राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े, केंद्रीय कृषि एवं कृषक कल्याण राज्यमंत्री भागीरथ चौधरी, उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी, डॉ. प्रेम चंद बैरवा, जल संसाधन मंत्री सुरेश सिंह रावत, मध्य प्रदेश के जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट, सांसद मदन राठौड़, पूर्व मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे सहित राज्य मंत्रिपरिषद के सदस्य, सांसद, विधायक सहित जनप्रतिनिधिगण, अधिकारी एवं बड़ी संख्या में आमजन उपस्थित रहे।
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(Udaipur Kiran)