कोलकाता, 17 दिसंबर (Udaipur Kiran) । पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बांग्लादेश में पिछले दो महीनों से गिरफ्तार 95 मछुआरों की रिहाई को लेकर सक्रिय पहल की है। मुख्यमंत्री ने काकद्वीप के तृणमूल कांग्रेस विधायक मंटुराम पाखिरा से फोन पर बात की और मछुआरों की रिहाई के प्रयासों में तेजी लाने का आश्वासन दिया। मुख्यमंत्री ने परिवारों को संदेश देते हुए कहा कि वे चिंता न करें, जल्द ही उनके अपने सुरक्षित घर लौटेंगे।
घटना पिछले अक्टूबर महीने की है, जब मछली पकड़ने पर प्रतिबंध के दौरान ये मछुआरे बांग्लादेश की जलसीमा में चले गए थे। बांग्लादेश की नौसेना ने गश्त के दौरान काकद्वीप के इन दो ट्रॉलरों को पकड़ा। नौसेना का कहना था कि ट्रॉलरों पर भारतीय झंडा लगा हुआ था और वे बांग्लादेशी जलसीमा में मछली पकड़ रहे थे। ट्रॉलरों को पुटुआखाली बंदरगाह ले जाया गया और 96 मछुआरों को हिरासत में लिया गया। इनमें से एक मछुआरे ने जान बचाने के लिए समुद्र में कूदकर जान गंवा दी। मुख्यमंत्री ने उनके परिवार को दो लाख रुपये की आर्थिक मदद देने की घोषणा की है। शेष 95 मछुआरों को कोलापाड़ा जेल में रखा गया है।
मुख्यमंत्री ने इस मुद्दे को लेकर केंद्र सरकार से भी पहल करने का अनुरोध किया था, लेकिन कोई सकारात्मक जवाब नहीं मिला। इसके बाद उन्होंने खुद इस मामले में हस्तक्षेप करने का निर्णय लिया। राज्य सरकार के गृह सचिव नंदिनी चक्रवर्ती ने विधायक मंटुराम पाखिरा को फोन कर मुख्यमंत्री की ओर से मछुआरों की स्थिति की जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने परिवारों की स्थिति के बारे में पूछताछ की और उन्हें भरोसा दिलाया कि उनके प्रियजनों की रिहाई के लिए जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं।
(Udaipur Kiran) / ओम पराशर