Bihar

बाल संरक्षण समिति प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन

कार्यक्रम में शामिल लोग

भागलपुर, 17 दिसंबर (Udaipur Kiran) । परिधि ने टी डी एच के सहयोग से मंगलवार को बाल संरक्षण समिति प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन भागलपुर जिले के प्रखंड सभा भवन गोराडीह में किया। परिधि द्वारा आयोजित बाल सुरक्षा कार्यशाला में कई पंचायत के मुखिया सरपंच और वार्ड सदस्य ने भाग लिया। कार्यशाला में आए अतिथियों का स्वागत जय नारायण उर्फ अजय ने किया तथा करो शिक्षा समिति मजबूत गीत गाकर कार्यशाला की शुरुआत की।

विषय प्रवेश करते परिधि के निदेशक उदय ने कहा कि बाल सुरक्षा यानि बाल विवाह, बाल मजदूरी, ट्रैफिकिंग, यौन हिंसा और सामुदायिक हिंसा ने मुक्ति के बिना हम विश्व गुरु नहीं बन सकते। 1989 के अंतर्राष्ट्रीय बाल अधिकार समझौते के बाद सभी देशों ने अपने यहां कायदे कानून बनाए हैं। प्रशासनिक ढांचा बनाना शुरू किया है। बाल अधिकारों की गारंटी के लिए 2002 में शिक्षा को मौलिक अधिकार बनाया गया फिर अनिवार्य और मुफ्त शिक्षा कानून 2009 में बना जो 1 अप्रैल 2010 से पूरे देश में लागू है। बाल सुरक्षा की गारंटी के लिए ही संसद ने एनसीपीसीआर का गठन किया है।

संचालन करते हुए परिधि के राहुल ने कहा कि सब कुछ कानून से नहीं बदलता समाज और पंचायती राज प्रतिनिधियों की सक्रियता से परिवर्तन आता है। बच्चे अगर बिगड़ैल हो जाएंगे तो समाज का ही अहित होगा। पूर्व जिला पार्षद गोपाल यादव, कासिमपुर के मुखिया सुनील शर्मा, पंकज कुमार, वार्ड पार्षद राकेश कुमार, राम चरित्र यादव और मोहनपुर के मुखिया प्रतिनिधि मनोज दास सहित अनेक लोगों ने गांव में बढ़ रहे नशे की ओर ध्यान दिलाया।

इन लोगों कहा कि स्मैक ब्राउन शुगर और न जाने किस किस प्रकार के नशे का इस्तेमाल गांव के किशोर और युवा कर रहे हैं। अवर निरीक्षक गोराडीह ब्रजेश कुमार और शिवशंकर दुबे ने कहा कि बाल सुरक्षा को कारगर बनाने में हम पूरा सहयोग करेंगे क्योंकि सरकार ने इसके लिए कानून बनाकर अपनी प्रतिबद्धता जाहिर की है। मनोज कुमार ने प्रखंड बाल सुरक्षा समिति के ढांचा पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि प्रभात केशरी ने हर तरह के समर्थन का संदेशा भेजा जो जरूरी बैठक के कारण उपस्थित नहीं हो सके थे। मौके पर मंजीत कुमार, जितेंद्र कुमार, पूजा कुमारी, अरविंद कुमार सिंह मौजूद थे।

(Udaipur Kiran) / बिजय शंकर

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