Madhya Pradesh

इंदौरः कलेक्टर की संवेदनशील पहल से सचिन की जिन्दगी में आई नई रोशनी

प्रधानमंत्री चंबल नदी के जल से युक्त कलश के जल को एक बड़े कलश में प्रवाहित करते हुए
सचिन ने कलेक्टर को दिया धन्यवाद

– जनसुनवाई में आभार व्यक्त करने पहुंचा सचिन- अपने हाथ से बना ग्रीटिंग कार्ड किया भेंट

इंदौर, 17 दिसंबर (Udaipur Kiran) । इंदौर जिले में नागरिकों की समस्याओं के त्वरित निराकरण के लिए हर मंगलवार को जनसुनवाई आयोजित की जा रही है। जनसुनवाई में कलेक्टर आशीष सिंह सहित अन्य अधिकारी नागरिकों की समस्याओं को गंभीरता के साथ सुनकर उनका संवेदनशील होकर त्वरित निराकरण कर रहे हैं। जनसुनवाई के सार्थक परिणाम दिखाई भी दे रहे है। इस मंगलवार को भी जनसुनवाई में ऐसा ही एक उदाहरण देखने को मिला, जब एक अनाथ बालक जनसुनवाई से अपनी समस्या को त्वरित निराकरण होने से कलेक्टर आशीष सिंह का आभार व्यक्त करने पहुँचा। इस बालक ने अपने हाथ से बना ग्रीटिंग कार्ड कलेक्टर को भेंट किया और आभार प्रकट किया। इस बालक के जीवन में नई रोशनी आई है।

15 वर्षीय बालक सचिन ने बताया कि मैं बचपन से ही अनाथ हूं। कलेक्टर आशीष सिंह के प्रयास से मैंने अपने जीवन में एक नई रोशनी पाई है। यूपी के सोजाबाद जिले के कंथरी गांव का रहने वाला सचिन 14 वर्ष की उम्र में ग्वालियर होते हुए इंदौर आया था। इंदौर में आश्रम में रहकर सचिन ने अपना जीवन बनाने की कोशिश की। मैं शुरुआत से ही बोलने और सुनने में असमर्थ था। मई 2024 से संस्था प्रवेश द्वारा संचालित भिक्षुक पुनर्वास केंद्र में रह रहा है। सचिन को टीवी की बीमारी थी और स्पाइनल में पस भी था, लेकिन अरबिंदो हॉस्पिटल में उसका लंबा इलाज चला। बीमारी के कारण सचिन बहुत निराश एवं बुझा-बुझा सा रहता था, परन्तु पूर्ण रूप से ठीक हो जाने के पश्चात इसकी काउंसलिंग की गई। इलाज के दौरान ही पता चला कि यदि उसे कान की मशीन लगाई जाए तो वह सुन सकता है और स्पीच थेरेपी के माध्यम से थोड़ा बोल भी सकेगा।

कलेक्टर आशीष सिंह से यह बालक नवम्बर माह में जनसुनवाई में मिला। उसने अपनी समस्या बताई। कलेक्टर ने तुरंत ही मशीन लगवाने के निर्देश दिए। उनके प्रयासों से सचिन को कान की मशीन लग गई है। आज सचिन सुन सकता है, बोल भी सकता है और वह बहुत खुश है। उसने कलेक्टर आशीष सिंह का धन्यवाद करने की इच्छा जाहिर की तो संस्था प्रवेश से राहुल बोरडिया उन्हें आज जनसुनवाई में लेकर आये। जहां सचिन ने अपने हाथों से बनाया हुआ ग्रीटिंग कार्ड, गुलाब का फूल एवं अपने हाथ की बनी ड्राइंग भेंट कर कलेक्टर के प्रति आभार व्यक्त किया।

सचिन अब अपने जीवन व भविष्य के प्रति बहुत आशान्वित है। वह खाली समय में ड्राइंग बनाना, हैंडीक्राफ्ट आइटम आदि सीखता है। साथ ही भिक्षुक पुनर्वास केंद्र के हितग्राहियों को बड़े स्नेह से भोजन भी परोसता है। कलेक्टर ने सचिन को उसके उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी।

कलेक्टर कार्यालय में आज सम्पन्न हुई जनसुनवाई में आशीष सिंह सहित अन्य अधिकारियों ने संवेदनशील होकर नागरिकों की समस्याओं को सुना और निराकरण किया। जरूरतमंदों को इलाज, शिक्षा और रोजगार के लिए मदद दी गई। निराकरण से शेष रहे आवेदनों को निराकृत करने के लिए समय-सीमा तय की गई। जनसुनवाई में आये आवेदन सीएम हेल्पलाइन में दर्ज किये जाएंगे। निराकरण की प्रति सप्ताह कलेक्टर द्वारा समीक्षा भी की जाएगी। जनसुनवाई में आने वाले प्रत्येक आवेदन के निराकरण का फॉलोअप ‍किया जाएगा। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि हर आवेदन में निराकरण की कार्यवाही सुनिश्चित हो। सकारात्मक निराकरण हो। आवेदनों के निराकरण की समीक्षा के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए गए है कि वे प्रत्येक आवेदन को सीएम हेल्पलाइन में दर्ज करें। जनसुनवाई में आज भी अधिकांश आवेदन प्लॉट, संपत्ति विवाद, पारिवारिक विवाद आदि के प्राप्त हुए।

(Udaipur Kiran) तोमर

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