Uttar Pradesh

मनुष्य अपने कर्मों से अपना भाग्य स्वतः लिखता है : ब्रह्माकुमारी शिवानी

उद्घाटन करते

प्रयागराज, 16 दिसम्बर (Udaipur Kiran) । ब्रह्माकुमारीज की अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त वक्ता ब्रह्माकुमारी शिवानी ने कहा कि लोग कहते हैं भगवान भाग्य लिखता है परंतु वास्तव में भगवान भाग्य नहीं लिखता, हम ही अपने कर्मों द्वारा अपना भाग्य स्वतः लिखते हैं। हमने अपने कर्मों के द्वारा आज जो है वह पाया है और अपने कर्मों द्वारा जो चाहे वह पा सकते हैं।

प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के तत्वावधान में सोमवार को न्यू कैंट स्थित पोलो ग्राउंड में ‘‘आध्यात्मिक सशक्तिकरण द्वारा खुशहाल जीवन’’ विषय पर शिवानी ने कहा कि जैसे शरीर की फिटनेस के लिए हम बीच-बीच में थोड़ी स्टेर्चिंग एक्सरसाइज आदि करते हैं, इसी तरह बीच-बीच में यदि हम अपने मन को शांत कर परमात्मा से शक्ति लें तो हम मानसिक तौर पर लम्बे समय के लिए स्वस्थ रह सकते हैं।

उन्होंने कहा कि हममें से फरिश्ता कौन बनना चाहता है? फरिश्ते की विशेषता बताते हुए उन्होंने कहा फरिश्ता वह है जो किसी की परेशानी को खत्म कर दे, भले ही उसका उस व्यक्ति से कोई लेना-देना न हो। हममें से हर कोई, हर व्यक्ति से कुछ न कुछ चाहता है। हम रिश्ते में आते हैं क्योंकि हमें कुछ चाहिए, हमारे रिश्ते बिगड़ते हैं क्योंकि हम कहते हैं कि हमको रिश्ते में प्यार नहीं मिल रहा, हमको उनसे सम्मान नहीं मिल रहा, परंतु क्या हम फरिश्ते की तरह दूसरों को निःस्वार्थ भाव से देते भी हैं।

शिवानी दीदी ने कहा आज भारत विश्व गुरु बनने की राह पर है सारी दुनिया में इस बात की चर्चा है कि अगली महाशक्ति भारत होगा। परंतु साथ में दुनिया की स्थितियां ऐसी है कि हर कोई सोच रहा है अब पता नहीं क्या होगा। शिवानी ने कहा जैसे सुबह से शाम शाम से सुबह होती है इस तरह परिवर्तन इस सृष्टि का नियम है। हमारे शास्त्रों में कहा गया है कि सतयुग के बाद त्रेता, द्वापर, कलयुग आते हैं और कलयुग के बाद पुनः सतयुग आता है। परंतु सतयुग कैसे आएगा? सतयुग कोई बाहर के परिवर्तन से, विज्ञान के चमत्कार से नहीं आएगा लेकिन वह हमारे आंतरिक परिवर्तन से ही आएगा। जब एक परिवार में लोग एक दूसरे को प्यार व सम्मान देते हैं तो कहते हैं इनका परिवार तो जैसे स्वर्ग है। परंतु जहां आपस में कटुता है, लोग एक दूसरे की टांग खींचते रहते हैं, तो कहते हैं कि वहां तो जैसे नर्क है। नरक की रचना हमने ही किया है, अपने ही कर्मों द्वारा। इस तरीके से संसार में सतयुग हम अपने कर्मों द्वारा लायेंगे।

ब्रह्माकुमारीज की क्षेत्रीय संयोजिका मनोरमा दीदी ने बताया कि राजयोग शिविर का आयोजन होटल इलावर्त में 17, 18, 19 की सुबह 7 से 8 और शाम को 6 से 7 रखा गया है। जिसे डॉक्टर दामिनी आयोजित करेंगी। कार्यक्रम में वरिष्ठ न्यायमूर्ति मनोज कुमार गुप्ता, न्यायमूर्ति मंजू रानी चौहान, पूर्व सांसद केसरी देवी पटेल, सदस्य लोक सेवा आयोग कल्पराज सिंह, उपेंद्र जोशी जीएम उत्तर मध्य रेलवे, प्रकाश पाड़िया न्यायमूर्ति उच्च न्यायालय इलाहाबाद, न्यायमूर्ति समित गोपाल, न्यायमूर्ति दीपक वर्मा, वेंकटेश एवं प्राचार्य उड्डयन ट्रेनिंग कॉलेज, पूर्व शिक्षा मंत्री नरेंद्र सिंह गौड़ सहित तमाम लोग उपस्थित रहे।

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(Udaipur Kiran) / विद्याकांत मिश्र

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