जयपुर, 16 दिसंबर (Udaipur Kiran) । कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने जयपुर में कोचिंग सेंटर में गैस रिसाव से जोड़कर सरकार पर निशाना साधा है। डोटासरा ने कहा कि राजस्थान की तो सरकार में रिसाव हो रहा है। किसानों के सम्मेलन में कृषि मंत्री नहीं जा रहे हैं। जीएसटी की वित्त मंत्रियों की बैठक में वित्त मंत्री नहीं जा रही हैं और पता नहीं क्या-क्या हो रहा है।
प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में सोमवार को पदाधिकारियों की बैठक के बाद पत्रकाराें से बातचीत में पार्टी संगठन को लेकर डाेटासरा ने कहा कि बैठक में नहीं आने वाले नेताओं को पार्टी अब आराम देगी और उनकी जगह नए लोगों को जिम्मेदारी दी जाएगी। जयपुर में कोचिंग में बेहोश हुए स्टूडेंट के मामले में डोटासरा ने कहा कि मैं किसी एक कोचिंग के लिए टिप्पणी करूं तो ठीक नहीं रहेगा, लेकिन जहां भी जो भी कानून के मुताबिक नहीं है, कमियां है उसको सरकार को चिह्नित करना चाहिए और उस पर कार्रवाई करनी चाहिए। सरकार को तुरंत एक्शन लेना चाहिए।
डोटासरा ने कहा कि इससे गंभीर कुछ हो नहीं सकता, लेकिन सरकार में कुछ नहीं हो रहा। मुख्यमंत्री की सुरक्षा करते हुए एक एएसआई की मौत हो जाती है, इन्हें कोई बात नहीं करनी। कोचिंग में बच्चे-बच्चियां बेहोश हो जाएं, इनको बात नहीं करनी। किसान आंदोलनरत हैं, उनसे बात नहीं करनी है।
डोटासरा ने कहा कि इनको तो दिल्ली से पर्ची आई और गुजरात से जो व्यापारी आ रहे हैं, उनको सस्ती जमीन लुटवाना है। प्रदेश की जो संपदा है उसे लूटने के लिए सब षड्यंत्र रच रहे हैं। इन्हें तो हम विधानसभा का सत्र आ रहा है, उसमें एक्सपोज करेंगे।
बैठक में नहीं आने वाले पदाधिकारियों के खिलाफ पार्टी अब एक्शन लेने की भी तैयारी कर रही है।
बैठक में नहीं आने वाले पदाधिकारियों के खिलाफ पार्टी अब एक्शन लेने की भी तैयारी कर रही है।
डोटासरा ने कहा कि जो पदाधिकरी निष्क्रिय हैं, उन्हें आराम देकर नए लोगों को जिम्मेदारी देंगे। आज की बैठक में 23 पदाधिकारी नहीं आए। कुछ लोग विदेश गए हुए हैं, कुछ के दूसरे कारण हैं। वह हम देख लेंगे। जो सूचना के बावजूद नहीं आए, उनको आराम देंगे और नए लोगों को जोड़ेंगे।ईआरसीपी के सवाल पर डाेटासरा ने कहा कि ईआरसीपी में सिंचाई और पेयजल दोनों का पानी मिलने में एक प्रतिशत भी शंका हुई तो हम आंदोलन करेंगे। सदन और सड़क दोनों जगह इनको घेरेंगे। वर्तमान की ईआरसीपी में कोई लेना देना नहीं है। कांग्रेस की गहलोत सरकार ने ईआरसीपी के लिए 10 हजार करोड़ दिए थे। कुछ बांध बन गए हैं, हमारे किए काम का श्रेय लेने पीएम आ रहे हैं। जैसे रिफाइनरी में आए थे, शुरुआत सोनिया गांधी ने कर दी थी और उसके बाद उसका फिर शिलान्यास करने आए थे। अगर उसी तरह करने पीएम आ रहे हैं तो राजस्थान की जनता स्वीकार नहीं करेगी।
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(Udaipur Kiran) / रोहित