धमतरी, 16 दिसंबर (Udaipur Kiran) ।सत्य के प्रणेता बाबा गुरू घासीदास जयंती को लेकर तैयारियां शुरू हो गई है। धमतरी शहर सहित आसपास के गांवों में जैतखांब की साफ-सफाई रंग-रोगन को अंतिम रूप दिया जा रहा है। इस खास दिन पंथी नृत्य की धूम रहेगी। पाेस्ट आफिस वार्ड में घासीदास जयंती को लेकर युवा उत्साहित नजर आए। यहां पर तोरण पताका लगाने का कार्य किया गया।
मानव एक समान का संदेश देने वाले गुरु घासीदास जयंती की तैयारी जोरों पर हैं। बाबा के गुरुद्वारा की सफाई, पोताई, सहित सज्जा कार्य किया जा रहा है। जयंती के दिन जगह जगह पंथी नृत्य सहित अन्य विविध कार्यक्रम आयोजित होगें। बाबा घासीदास सतनामी समाज के आराध्य गुरु हैं। इसलिए इसकी जयंती को धूमधाम से मनाया जाता है। पर्व को लेकर गुरु घासीदास के गुरुद्वारों की सफाई, पोताई, सज्जा सहित अन्य कार्य इन दिनों युद्ध स्तर पर किया जा रहा है। घासीदास जयंती हटकेशर, शीतलापारा, मकेश्वर वार्ड, मंहत घासीदास वार्ड, सुभाषनगर, साल्हेवार पारा, जालमपुर, सोरिद, जोधापुर, दानीटोला, रामसागर पारा, सहित अन्य वार्डो के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में भी पूरी आस्था एवं उल्लास से मनाई जाएगी। पर्व के दिन बाबा घासीदास के दर्शन एवं पूजन लाभ लेकर मनवांछित फल की कामना करेंगे। साथ ही गुरु घासीदास की विशेष पूजा व महाआरती होगी। साथ ही सत्य के प्रतीक सफेद ध्वज जैतखांब में लगाई जाएगी। साथ ही पंथी सहित अन्य माध्यम से गुरु घासीदास के संदेश को जन जन तक पहुंचाया जाएगा। प्रसादी वितरण भी किया जाएगा।
गुरु घासीदास बाबा की जयंती की पूर्व संध्या पर 17 दिसंबर को शहर में समाजजनों द्वारा शोभायात्रा निकाली जाएगी। सतनामी समाज के मुखिया राजागुरु बालदास साहेब के निर्देशानुसार पूरे प्रदेश में शोभायात्रा निकाली जा रही है, इसी तर्ज पर धमतरी जिला में भी 17 दिसंबर को सतनामी समाज द्वारा शोभायात्रा निकाली जाएगी। नर्तक दल पंथी गीत के माध्यम से बाबा के संदेशों को जनमानस तक पहुंचाएंगे। जिलाध्यक्ष कपिल देशलहरे ने बताया कि 18 दिसंबर के पूर्व धमतरी जिले के मगरलोड, कुरुद, भखारा सहित सभी ब्लाकों मे शोभायात्रा निकाली जाएगी। दोपहर एक बजे शोभायात्रा घड़ी चौक से प्रारंभ होकर एकलव्य खेल मैदान में सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ समाप्त होगी। तैयारी में प्रधान संचालक इतवारी गावस्कर, चंद्रप्रकाश पाटले, उपाध्यक्ष विजय सोनवानी, दीपचंद भारती, शहर अध्यक्ष लोकेश लहरे तैयारी में जुटे हैं।
(Udaipur Kiran) / रोशन सिन्हा