– ग्वालपाड़ा जिले में ‘विकास के 12 दिन’ कार्यक्रम का शुभारंभ
गुवाहाटी, 16 दिसंबर (Udaipur Kiran) । ग्वालपाड़ा जिले में ‘विकास के 12 दिन’ शीर्षक कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए असम सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण तथा सिंचाई मंत्री और जिले के संरक्षक मंत्री अशोक सिंघल ने सोमवार को 999 मेधावी छात्रों को स्कूटी, 2100 नौवीं कक्षा के छात्रों को साइकिल और 501 छात्र-छात्राओं को आनंदराम बरुवा पुरस्कार के तहत नकद पुरस्कार वितरित किया।
जिला उद्योग और वाणिज्य केंद्र के मैदान में आयोजित इस कार्यक्रम में मंत्री ने प्रतीकात्मक रूप से स्कूटी, साइकिल और पुरस्कार चेक वितरित किए। इसके साथ ही उन्होंने ग्वालपाड़ा जिले के 25 नए आदर्श आंगनबाड़ी केंद्रों का भी उद्घाटन किया।
सरकार की प्रतिबद्धता पर जोर
मंत्री सिंघल ने अपने संबोधन में कहा कि असम सरकार मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा की दूरदर्शी पहल के तहत शिक्षा, उद्योग और राजस्व विभाग की योजनाओं को लोगों तक पहुंचा रही है। इस अभियान के तहत राज्य के 11 लाख से अधिक परिवार लाभान्वित हुए हैं।
शिक्षा योजनाओं की व्यापक उपलब्धता
इस वर्ष 26,696 छात्रों को आनंदराम बरुवा पुरस्कार के तहत 12,500 रुपये बैंक खातों में सीधे ट्रांसफर किए गए। इसके अलावा, बाणीकांत काकती मेधा योजना के तहत 48,673 छात्रों को स्कूटी दी गई। ग्वालपाड़ा जिले में 999 छात्रों को स्कूटी प्रदान की गई, जबकि 2100 नौवीं कक्षा के छात्रों को साइकिलें दी गईं।
महान विभूतियों के नाम समर्पित पुरस्कार
मंत्री ने कहा कि ये पुरस्कार असम के दो महान विभूतियों, बाणीकांत काकती और आनंदराम बरुवा के नाम समर्पित हैं। छात्रों से आग्रह किया गया कि वे इन आदर्श व्यक्तित्वों से प्रेरणा लें और जीवन में सफलता की ऊंचाइयों को छुएं।
विकसित असम की दिशा में कदम
उन्होंने जोर दिया कि आज की सरकार ने गरीब छात्रों को भी सपने देखने और उन्हें साकार करने का अवसर दिया है। पहले नौकरी बाजार में बिकती थी, लेकिन अब पारदर्शिता और योग्यता के आधार पर युवाओं को रोजगार के अवसर मिल रहे हैं।
कार्यक्रम में मंत्री ने तकनीकी क्रांति के इस युग में छात्रों को प्रौद्योगिकी से उत्पन्न चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार रहने का आह्वान किया।
इस अवसर पर राभा हजोंग स्वायत्त परिषद के प्रमुख टोंकेश्वर राभा, जिला आयुक्त खनींद्र चौधरी, स्थानीय नेता, शिक्षक, अभिभावक और कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
(Udaipur Kiran) / श्रीप्रकाश